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भागलपुर में भूमाफिया का फरमान, जय बिहार कॉलोनी से कर दो खाली मकान

भागलपुर में भूमाफ‍ियाओं का आतंक है। तीन एकड़ 29 डिसमिल जमीन पर जय बिहार कॉलोनी बसी है। कुछ लोग जमीन खरीदने के बाद घेराबंदी कर लंबे समय से छोड़ रखे हैं। इसपर भूमाफ‍ियाओं की नजर है। यहां की जमीन खाली करने को कह रहे हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 01:46 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 01:46 PM (IST)
भागलपुर में भूमाफिया का फरमान, जय बिहार कॉलोनी से कर दो खाली मकान
तीन एकड़ 29 डिसमिल जमीन पर बसी है कॉलोनी।

भागलपुर, जेएनएन। जीरोमाइल थाना क्षेत्र के जय बिहार कॉलोनी में एक दशक पहले से रह रहे लोगों को भूमाफिया ने जमीन खाली करने का फरमान सुना दिया है। कॉलोनी के लोगों ने डीआइजी को आवेदन सौंपकर जानमाल सुरक्षा की गुहार लगाई है।

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क्या है मामला

तीन एकड़ 29 डिसमिल जमीन पर जय बिहार कॉलोनी बसी है। अधिकतर लोगों ने मकान बना लिया है। कुछ लोग जमीन खरीदने के बाद घेराबंदी कर लंबे समय से छोड़ रखे हैं। दो वर्ष पूर्व जिला राजस्व विभाग द्वारा कॉलोनी की जमीन की जमाबंदी रद कर दी गई। तब से यहां भूमाफिया सक्रिय हो गए हैं। जमीन मालिकों पर फिर से जमीन खरीदने और एग्रीमेंट कराने का दबाव बना रहे हैं। लोगों को बलपूर्वक जमीन और मकान से बेदखल कर रहे हैं। कई लोगों का घेरा तोड़ दिया गया। इससे कॉलोनी में भय का माहौल है। बताया जाता है कि जमीन के इस उलटफेर खेल में कई अधिकारी भी पर्दे के पीछे हैं।

मामला मेरे संज्ञान में है। किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। नियमानुसार कार्रवाई होगी। - राजरतन, थानेदार, जीरोमाइल भागलपुर

भाजपा नेता की जमीन को भी कब्‍जाने की कोशिश

भागलपुर के भाजपा जिला मीडिया प्यारे हिंद की जमीन की जांच करने पिछले दिनों जगदीशपुर अंचलाधिकारी संजीव कुमार सिन्हा पहुंचे थे। भाजपा नेता के जमीन की फर्जी रजिस्‍ट्री कराकर मात्र 18 दिनों में मोटेशन कर लिया गया था। फर्जी रजिस्ट्री और मोटेशन हो जाने के बाद कुछ लोग उनके जमीन पर कब्जा करने पहुंच गए थे। प्यारे हिन्द ने बताया कि उसकी जमीन का फर्जी दस्तावेज बना कर अंचल कार्यालय की मिली भगत से मोटेशन किया गया है। मोटेशन मात्र 18 दिनों में हुआ सारे नियम कानून को ताक पर रख कर निपटा दिया गया है। आम एवं खास सूचना के अधिकार के तहत अंचल कार्यालय से कागज भी नहीं दिया गया। रजिस्ट्री ऑफिस से केवाला की सच्ची प्रति निकलवाने पर इसमें विक्रेता का नाम प्रभु नारायण साह और क्रेता किशोरी पंडित थे। जिस डीड संख्या 5148 पर भुवनेश्वर मिश्र द्वारा गोपाल झा को जमीन बेचने की बात है।

वहीं रजिस्ट्री आफिस से सच्ची प्रति निकलवाने पर वह प्रभु नारायण साह, पिता लक्ष्मी नारायण साह द्वारा किशोरी पंडित को बेची गई है। सच्ची प्रतिलिपि में दर्शाए गए विक्रेता प्यारे हिन्द जी के दादा भुवनेश्वर मिश्र नहीं हैं जिससे स्पष्ट होता है कि गलत दस्तावेज के आधार पर दाखिल खारिज हो गया है। इसके पूर्व भाजपा का एक शिष्ट मंडल जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय के नेतृत्व में भूमि एवं राजस्व सुधार मंत्री राम नारायण मंडल से मिले थे। मामले की जांच की मांग की गई। मंत्री ने अंचालधिकारी को तुरंत मामले की जांच कर आरोपितों पर कार्रवाई करने को कहा है। इस संबंध में प्यारे हिंद ने जिलाधिकारी, अपरसमरहर्ता, भूमि उपसमाहर्ता, अंचलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा था।


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