अंग एक्सप्रेस ट्रेन : जनरल कोच पर यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खबर, टिकट कटाने के लिए करने होंगे यह काम
भारतीय रेल भागलपुर से यशवंतपुर आने जाने के लिए अंग एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच में आरक्षण की व्यवस्था खत्म कटने लगी जनरल टिकट। होने लगी बेडरोल की आपूर्ति भी एक जुलाई से सभी अन्य एक्सप्रेस में भी जनरल कोच में खत्म होगा आरक्षण।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भारतीय रेल : भागलपुर से यशवंतपुर के बीच चलने वाली साप्ताहिक अंग एक्सप्रेस के जनरल कोच में बुधवार से आरक्षण की व्यवस्था समाप्त हो गई है। लोगों को अब जनरल कोच में रिजर्वेशन करा कर चलना भारी नहीं पड़ेगा। राह आसान हो जाएगी। इससे अब बंगलुरू तक जाने के लिए यात्रियों को राहत मिलेगी। जनरल बुकिंग काउंटर से इस ट्रेन की जनरल टिकट कटनी भी शुरू हो गई है। वहीं सवा साल के बाद इस ट्रेन में बेडरोल की भी आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
कोरोना के बाद सबसे पहले भागलपुर से खुलने वाली जनसेवा एक्सप्रेस ,दानापुर एक्सप्रेस में जनरल टिकट की सुविधा शुरू की गई थी। जबकि, भागलपुर से खुलने वाली अन्य सभी ट्रेनों में अभी भी समान्य दर्जे का टिकट आरक्षित किया हुआ है, जिससे यात्रियों को खासकर लंबी दूरी की सफर करने को काफी परेशानी होती है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार विक्रमशिला एक्सप्रेस, दादर एक्सप्रेस, सूरत एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस सहित अन्य बाकी के एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल कोच में भी आरक्षण की व्यवस्था आगामी एक जुलाई तक खत्म हो जाएगा।
18 रेल कर्मियों की विदाई, डीजे के धुन पर पहुंचे घर
संवाद सहयोगी,जमालपुर (मुंगेर)। रेल इंजन कारखाने के विभिन्न शापों से कुल 18 कर्मवीर रेल कर्मियों सम्मान पूर्वक विदाई दी गई। सेवानिवृत्त रेल कर्मियों को विदाई देते हुए डिप्टी सीपीओ एके राय ने बताया कि मई माह में कुल 18 रेलकर्मी कारखाने से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सभी प्रकार का भुगतान आनलाइन सभी के खाते में कर दिया गया है। रेल कर्मियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी हो तो वह कार्यालय से संपर्क कर अपनी परेशानी को दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कारखाना को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले रेलकर्मी भले ही आज कारखाना से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, पर रेल से हमेशा वह जुड़े रहेंगे। रेल कर्मियों का सम्मान पूर्वक विदाई देने के बाद शाप में सहकर्मियों ने विदाई दी। रेलकमिर्यों को गाजे-बाजे के साथ घर तक सम्मान पूर्वक पहुंचाया। मई माह में मदन प्रसाद, सुरेंद्र पंडित, गंगा प्रसाद यादव, प्रशांत शर्मा, अजीत कुमार सिंह, प्रह्लाद प्रसाद सहित कई सेवानिवृत्त हुए, लगभग 21 करोड़ राशि का आनलाइन भुगतान किया गया।