भागलपुर का मौसम: हड्डियां छेदने वाली ठंड से अभी राहत नहीं, कोहरे की चादर बढ़ाएगी मुसीबतें!
भागलपुर का मौसम अभी कुछ दिनों तक ऐसा ही रहेगा। हड्डियां छेदने वाली ठंड का प्रकोप एक सप्ताह तक जारी रहेगा। वहीं कोहरे की चादर से शहर ढका नजर आएगा। बात करें बांका और आसपास के जिलों की तो वहां भी ठंड ऐसी ही रहेगी।
संवाद सूत्र, भागलपुर/बांका: पिछले दो से दिनों से ठंड का सितम बांका में जारी है। पछुआ हवा चलने से कनकनी बढ़ गई है। ऐसे में लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। सोमवार को अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केविके की मौसम विज्ञानी जुबुली साहू ने बताया कि अभी कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा। दोपहर में धूप खिलेगी। पछुआ हवा चलने से ठंड में बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ ही वायुमंडल का दबाव भी घट गया है। इससे हवा की गति अधिक हो गई है। रात में हवा की गति कम हो जाती है। इससे सुबह कुहासा बन रहा है। अभी एक सप्ताह तक मौसम में बदलाव की संभावना नहीं है। इसलिए अभी लोगों को बचकर रहने की जरूरत है।
अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं
पारा के लुढ़कने व कनकनी बढ़ने से लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो गया है। हड्डी छेदने वाली ठंड ने लोगों की दिनचर्या पर लगाम लगा दिया है । ठंड के कारण सोमवार को बस स्टैंड , रेलवे स्टेशन सहित सार्वजनिक स्थानों में भीड़ कम दिखी। दोपहर में धूप निकलने के बावजूद ठंड से राहत नहीं मिल रहा था। शाम होते ही काफी ठंड पड़ जाने से लोग परेशान रहे। ठंड से बचने हेतु गांव देहात में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। ठंड से बच्चे , बूढ़े , माल मवेशी तथा गरीब तबके के लोग प्रभावित है।
सोमवार को प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था कहींं नहीं दिखी। हालांकि अंचलाधिकारी टी उरांव ने बताया कि राजस्व कर्मचारी एवं नाजिर को इसके लिए निर्देशित किया गया है। कड़ाके की ठंड को देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं एवं पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला व अंचल प्रशासन से सार्वजनिक स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में अलाव जलाने की व्यवस्था करवाने एवं अविलम्ब कम्बल वितरण कराने की मांग की है।