भागलपुर: रैन बसेरा में लटक रहा ताला, फुटपाथ पर रात गुजार रहे जरूरतमंद
नगर निगम की ओर से शहरी क्षेत्र में बनाए गए रैन बसेरा का लाभ जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा है। कोतवाली चौक स्थित रैन बसेरे में ताला लटक रहा है। जबकि जरूरतमंद फुटपाथ पर सो रहे हैं। बताया जा रहा है कि...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। शहरी क्षेत्र में रैन बसेरों को व्यवस्थित कर पाने में निगम नाकाम रहा है। इसकी वजह से जरूरतमंदों को सर्द हवाओं के बीच फुटपाथ या सड़क किनारे रात गुजारनी पड़ रही है। कोतवाली चौक स्थित रैन बसेरा बंद बड़ा हुआ है। इसके भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है। इसकी मरम्मत को लेकर कार्ययोजना तो बनी लेकिन धरातल पर कार्य नहीं हुआ।
दीनदयाल राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत संचालित रैन बसेरा का सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज्य स्तरीय आश्रय स्थल अनुश्रवण समिति का गठन किया गया था। टीम ने कोतवाली चौक के समीप रैन बसेरा बंद पाया था। इसे लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग के परियोजना पदाधिकारी सह अपर निदेशक ने 29 दिसंबर को निगम प्रशासन से जवाब मांगा था।
नगर आयुक्त से पूछा गया था कि अगर रैन बसेरा बंद है तो इसकी जानकारी विभाग को क्यों नहीं दी गई। स्मार्ट सिटी की योजना से मायागंज में 100 बेड के शेल्टर हाउस की जानकारी नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त की। दरअसल कोतवाली चौक के पास स्मार्ट सिटी की योजना से वेंङ्क्षडग जोन निर्माण की योजना है। इसमें रैन बसेरा बाधक बन रहा है। इसे हटाने की रणनीति बन रही है।
कोतवाली चौक का आश्रय स्थल बंद करने की कवायद
कोतवाली चौक पर रैन बसेरा राहगीरों के लिए जितना महत्वपूर्ण है उतना ही आटो व रिक्शा चालक के लिए भी। इस चौक पर रात भर रिक्शा चालकों का पड़ाव है। रैन बसेरा में सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय पार्षद डा. प्रीति शेखर को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। रैन बसेरा के कमरे में संवेदक ने सीमेंट की बोरियां व निर्माण सामग्री रखी थी, जिसे हटाया गया था।
भवन मरम्मत के लिए नगर आयुक्त ने योजना शाखा को निर्देश दिया। बावजूद अब तक कार्य अधूरा है। फटे हुए कंबल व गंदे चादर रखे हुए हैं। जबकि विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए अस्थायी रैन बसेरा बनाने का निर्देश दिया है। यहां इसकी व्यवस्था तक नहीं की गई।
निगम में कौन ऐसा कर्मी है जो जनता के उनके अधिकार से वंचित करने का प्रयास कर रहा है। इसका पर्दाफाश किया जाएगा। रैन बसेरा में सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए। -डा. प्रीति शेखर, पार्षद