TMBU : कॉपी बिक्री मामले से जुड़ी फाइल गायब, सिंडिकेट की बैठक में उठा मामला
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में लगातार अनियमितता बरती जा रही है। यहां काॅपी बिक्री मामले में जुड़ी फाइल के गायब होने का मामला उजागर हुई। सिंडिकेट की बैठक में भी यह मुद्दा हुआ है। विद्यार्थी को इससे काफी परेशानी हो रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) से कॉपी बिक्री मामले से संबंधित फाइल गायब हो गई है। इसकी जानकारी 11 महीने बाद शुक्रवार को हुई सिंडिकेट की बैठक में संबंधित सदस्यों ने दी। एक सिंडिकेट सदस्य जब मामले को लेकर बैठक में चर्चा की कि अब तक इसकी जांच पूरी क्यों नहीं हुई है तो जानकारी मिली की इससे जुड़ी फाइल गायब हो गई है। इस पर प्रभारी कुलपति डॉ. संजय चौधरी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि इससे जुड़ी एक फोटो कॉपी है उसके आधार पर ही आगे की जांच की जाए। विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक एक अधिकारी जब विश्वविद्यालय में तैनात थे तो वही संबंधित फाइल को लेकर चले गए थे।
बीबीए विभाग ने प्राचार्य को दी विदाई
मारवाड़ी कॉलेज के बीबीए विभाग में शनिवार को प्राचार्य डॉ. गुरुदेव पोद्दार के विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्राचार्य ने कहा कि यह काफी भावुक क्षण होता है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि है लक्ष्य साध कर तैयारी करने से ही सफलता हाथ लगती है। बीबीए के निदेशक डॉ. आशुतोष दत्ता ने प्राचार्य के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस मौके पर डॉ. मनीष कुमार, डॉ. शहबाज अली, डॉ. सीपी आजाद, अजीत कुमार, डॉ. पंकज कुमार सहित काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
सीनेट सदस्यों को भूला टीएमबीयू, डायरी से गायब हुआ नाम
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) अपने सीनेट समेत अन्य महत्वपूर्ण कमेटी के सदस्यों को भूल गया है। इसकी बानगी विश्वविद्यालय की ओर से जारी हुई 2021 की डायरी में देखने को मिली है। नई डायरी में टीएमबीयू के सभी अधिकारियों के साथ-साथ अंगीभूत, संबंद्ध एवं बीएड कॉलेजों के प्राचार्य और पीजी विभागाध्यक्षों के नाम और मोबाइल नंबर दिए गए हैं। लेकिन सीनेट, एकेडमिक काउंसिल, वित्त कमेटी के सदस्यों के नाम गायब हैं। इसे लेकर विश्वविद्यालय की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है।
बाद में हटाया गया नाम
विश्वविद्यालय सूत्रों की मानें तो डायरी तैयार करने की योजना आनन-फानन बनी थी। इसके लिए सीनेट समेत अन्य महत्वपूर्ण कमेटी के सदस्यों के नाम मांगे गए थे। लेकिन अंतिम समय में सीनेट के सदस्यों का नाम हटाने को कह दिया गया। हालांकि इस बारे में विश्वविद्यालय के अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। वे डायरी की अगली खेप में नाम जोडऩे की बात कह रहे हैं। कई सीनेट सदस्यों ने विश्वविद्यालय अधिकारियों से भी इस बारे में जानकारी ली, किंतु इस बात पर कोई कुछ भी खुलकर नहीं बोल रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारी सीनेट सदस्यों का नाम छूटने को चूक बता रहे हैं तो कोई कह रहा कि सीनेट की बैठक में जो डायरी दी जाएगी, उसमें उनका नाम होगा।
टीएमबीयू की डायरी में सीनेट समेत अन्य कमेटी के सदस्यों का नाम और नंबर नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है। यदि भूल से ऐसा हुआ है तो अविलंब सदस्यों के नाम जोड़े जाएं। इसके बारे में जिम्मेदार व्यक्ति से भी पूछे जाने की जरूरत है। - डॉ. मृत्युंजय सिंह गंगा, सीनेट सदस्य