धान खरीद के नाम पर किसानों का हो रहा शोषण, कहलगांव प्रखंड में बिचौलियों से भी खरीदी जा रही पैक्सों में धान
भागलपुर प्रशासन के लाख दावे के बावजूद धान खरीद में तेजी नहीं आ रही है। कहलगांव में कसानों से 150 रुपये से 250 रुपये तक प्रति क्विंटल वसूला जा रहा है। इसके अलावे प्रति क्विंटल आठ किलो धान सूखने के नाम पर ज्यादा लिया जा रहा है।
कहलगांव [विजय कुमार विजय]। कहलगांव प्रखंड में पैक्स एवं व्यापार मंडल सरकारी दर पर धान अधिप्राप्ति के नाम पर खुले आम किसानों का शोषण कर रहे हैं। किसान पैक्सों एवं व्यापार मंडल को धान देना नहीं चाहते। लिहाजा, उन्हें धान बेचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मजबूरन वे सस्ते दर पर व्यवसाइयों को धान बेच दे रहे हैं।
किसानों से धान खरीद के नाम पर 150 रुपये से 250 रुपये तक प्रति क्विंटल वसूला जा रहा है। इसके अलावे प्रति क्विंटल आठ किलो धान सूखने के नाम पर ज्यादा लिया जा रहा है। किसान अपने खर्च पर ट्रैक्टर ट्रॉली या किसी अन्य साधन से बोरा खरीद उसमें धान भरकर पैक्स और व्यापार मंडल तक पहुंचा रहे हैं। किसान परेशान हैं कि क्या करें। भुगतान भी समय पर नहीं मिलता है। किसानों का कहना है कि करीब 15 सौ रुपये प्रति क्विंटल ही मिल पाता है। परेशानी भी होती है। व्यवसाई 1400 रुपये क्विंटल धान घर से खरीद कर ले जाता है। हाइब्रिड और सरना धान के नामपर, धान स्लेव के नाम पर अगल से पैसा वसूला जा रहा है।
बरैनी गांव के किसान ने की है लिखित शिकायत
बरैनी गांव के किसान मृत्युजंय कुमार ने बीडीओ एवं एसडीओ के पास व्यापार मंडल के अध्यक्ष एवं बीसीओ के खिलाफ लिखित शिकायत की है। जिसमें कहा गया है कि गांव से ट्रैक्टर पर लादकर 45 क्विंटल धान 113 बोरा व्यापार मंडल लाया था। गोदाम में रखवाने के बाद प्रति क्विंटल 200 रुपये मांगा जाने लगा। असमर्थता प्रकट करने पर धान उठाकर ले जाने की बात कहने लगे तो धान प्राप्ति की रसीद भी नहीं दी।
सौर गांव के किसान राजेश सिंह ने कहा कि 40 किलो के नाम पर 43 किलो 500 ग्राम प्रति बोरा लिया जा रहा है। भुगतान भी समय पर नहीं किया जाता। महियमा गांव के किसान तस्लीद्दीन ने कहा कि 165 रुपये प्रति क्विंटल खर्च के नाम पर लिया जा रहा है।
जगह के नाम पर पैक्स अध्यक्ष करते है टालमटोल
कहलगांव के प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार सौरभ ने कहा कि किसानों से पैक्स अध्यक्ष और व्यापार मंडल 200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान ले रहा है। हाइब्रिड और सरना धान के लिए अलग से पैसा लिया जा रहा है। कई किसानों ने यह शिकायत की है। जांच में भी बात सही लग रही है। जगह नहीं रहने का बहाना पैक्स अध्यक्ष कर रहे हैं। जो नाजायज रकम देता है, उसका धान लेते हैं।
शुक्रवार को भोलसर एवं एकचारी के दर्जनों किसान धान लेकर कुर्मा पैक्स गए थे। वहां सामुदायिक भवन में धान रखा जा रहा है। बीसीओ को सूचना देने के बाद भी कोई रुचि नहीं ले रहा है। जिला सहकारिता पदाधिकारी से बातकर रामपुर खड़हरा पैक्स के बंद पड़े गोदाम को धान अधिप्राप्ति के लिए खुलवा दिया गया है। यहां धान खरीद कर रखने का आदेश दिया गया है। धान अधिप्राप्ति की रफ्तार बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं।
किसानों को मिलना है भुगतान
किसानों को धान खरीद पर प्रति क्विंटल 1868 रुपये मिलना है। राशि बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से जाएगी। भुगतान में विलंब हो रहा है। व्यापार मंडल से अभी तक किसी भी किसान को भुगतान नहीं मिला है।
लक्ष्य से काफी पीछे है कहलगांव
कहलगांव प्रखंड में 45 हजार क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य है, किंतु अभी तक सभी पैक्सों एवं व्यापार मंडल में कुल मिलाकर 65 सौ क्विंटल ही धान खरीद की जा सकी है। झारखंड से बिचौलियों के माध्यम से धान मंगवाया जा रहा है। व्यवसायियों से भी किसानों के नाम पर धान खरीदकर गोदामों में रखा जा रहा है। किसानों के बीच सरकारी दर पर धान पैक्सों और व्यापार मंडल को देने के लिए जागरूकता अभियान भी नहीं चलाया जा रहा है। बड़े किसानों का धान अभी खलिहान पर ही पड़ा है। तैयार नहीं हुआ है।