स्वर्ण आभूषण लूट भागलपुर : गिरोह की हुई पहचान, लेकिन नहीं हुआ सोना बरामद, 90 लाख के हैं स्वर्ण आभूषण
स्वर्ण आभूषण लूट भागलपुर विशाल स्वर्णिका ज्वैलर्स के स्टाफ संतोष के साथ पुलिस कर रही छापेमारी। गिरोह की पहचान बाद पुलिस सोना बरामदगी का कर रही प्रयास। इस मामले में कई संशय अभी भी कायम हैं। पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। 90 लाख के स्वर्ण आभूषण लूट में पुलिस की जांच तेज गति से आगे बढ़ रही है। मंगलवार को पुलिस ज्वैलर्स के स्टाफ संतोष को लेकर कई जगहों पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि लूट में गिरोह की पहचान होने के बाद पुलिस लूटे गए स्वर्ण आभूषण बरामदगी को लेकर नवगछिया, बिहपुर, अमरपुर में छापेमारी की। कोतवाली पुलिस मंगलवार को चश्मदीद अभिषेक और बाबू साहब सिंह को फिर बुलाकर पूछताछ की। फिर ज्वैलर्स के शिव भवन कैंपस स्थित घर भी गई। दोपहर को वहां स्वर्ण व्यवसायी विजय आनंद का बयान केस डायरी में कलमबद्ध किया। कोतवाली इंस्पेक्टर गजेंद्र कुमार करीब एक घंटे से अधिक विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी ली और फिर सोनापट्टी भी गए। घटना के एक दिन बार बांका जिले के अमरपुर में रघु पोद्दार के घर से दो सौ ग्राम सोने की बरामदगी बाद से पुलिस हिरासत में लिए गए संतोष की निशानदेही पर अन्य जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। पुलिस पदाधिकारी फिलहाल की जा रही कार्रवाई की जानकारी देने से बच रहे हैं। एसएसपी निताशा गुडिय़ा ने बताया कि पुलिस टीम अपना काम तेजी से कर रही है। परिणाम जल्द सामने होगा।
लूट को अंजाम दे विक्रमशिला पुल से भागे थे चारो लुटेरे
अबतक के पुलिसिया तफ्तीश में यह उजागर हो चुकी है कि सोना लूट को अंजाम देकर दो बाइक पर सवार चार बदमाश मुख्य सड़क को ही चुना था। कहा जा रहा है कि भागने वाले चारों बदमाशों ने किसी ने भागने के लिए गली का सहारा नहीं लिया। लूट के बाद सीधे खलीफाबाग, घंटाघर, कचहरी चौक, पुलिस केंद्र, एसएसपी होते हुए जीरोमाइल से विक्रमशिला पुल होकर भागे हैं। जिनके बिहपुर में रुकने की बात भी जांच में सामने आ रही है। तकनीकी जांच और सीसी कैमरे की फुटेज उनके लोकेशन के संबंध में यही बात सामने आ रही है। हालांकि एसआइटी में शामिल पुलिस पदाधिकारी कुछ बोलने से बच रहे हैं।
बाबू साहब की आंख में पडऩे के चंद मिनट बाद भागे थे लुटेरे
शनिवार को सोना लूट के समय स्टाफ अभिषेक को स्टेशन से लेकर बाइक से चले दूसरे स्टाफ बाबू साहब की आंख में पहले मिर्ची पाउडर पड़ी थी। उसकी आंख धोने के लिए पास के बरामदा पर मौजूद प्लास्टिक की बाल्टी से पानी लेकर छींटे मारने तक बदमाश रुके थे। सीसी कैमरे में कैद बदमाश बड़ी निश्चिंतता से लूट को अंजाम देकर गए। हेलमेट उतार कर आंख में मिर्ची पाउडर देने का जोखिम लुटेरों का किसी पुलिस वाले से मिली भगत का भी इशारा कर रहा है। अमूमन कोतवाली पुलिस की गश्ती दल खलीफाबाग चौक स्थित एक स्टूडियो के पास लगी हुआ करती है। घटना वाली सुबह पुलिस नदारद थी। बताया जा रहा है कि लूट के पूर्व बदमाशों के प्रवास वाले ठिकाने की जानकारी पुलिस को हो चुकी है। इस सिलसिले में पुलिस दो लोगों से पूछताछ कर रही है। लूट का सोना बरामदगी की दिशा में पुलिस पूरा ध्यान केंद्रित कर रखी है।