Move to Jagran APP

Bihar: स्कार्पियो चालक को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला, पांच दिनों से हाजात में था बंद

भागलपुर के नवगछिया इलाके में एक स्कार्पियो चालक को पुलिस ने पीट-पीट कर मार डाला। वह पांच दिनों के झंडापुर ओपी के हाजत में बंद था। उसे स्कार्पियो लूट मामले में गिरफ्तार किया गया था। स्‍वजनों ने पुलिस पर कई आरोप लगाए हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Tue, 27 Apr 2021 02:58 PM (IST)Updated: Tue, 27 Apr 2021 07:03 PM (IST)
Bihar:  स्कार्पियो चालक को पुलिस ने पीट-पीटकर मार डाला, पांच दिनों से हाजात में था बंद
मृत युवक विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, भागलपुर। नव‍गछिया पुलिस एक बार फ‍िर चर्चा में आ गई है। नवगछिया पुलिस जिला के झंडापुर ओपी एक एक युवक हो गई। मृत युवक विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार  स्कार्पियो चालक है। वह गौरीपुर निवासी शंभू कुमार दास का पुत्र था। उसे 23 अप्रैल को स्कार्पियो गाड़ी लूट के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 23 अप्रैल से अब तक वह पुलिस हाजत में थाना में ही था। मृतक के स्‍वजनों ने पुलिस ने उसकी हत्‍या करने का आरोप लगाया है। स्‍वजनों ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेजा जाना चाहिए था, उसे अब तक थाने में क्‍यों रखा।

loksabha election banner

मौत के बाद पुलिस पर उठे कई सवाल

मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि 23 अप्रैल को स्कार्पियो गाड़ी लूट के आरोप में विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस हाजत में उसकी जमकर पिटाई हुई। इसके बाद उसकी मौत हुई। उसके गले तथा शरीर में कई जगह चोट का निशान है। मृतक युवक का कांधा छिला हुआ। नाक और मुंह से खून बह रहा था। पीठ पर जगह-जगह लाल निशान हैं। चेहरे पर काला निशान है। पैर के तलबे और दोनों हथेली पर काफी चोट है।

पुलिस ने दी यह सफाई

पुलिस ने बताया कि हाजत में सोमवार की देर रात गले में फांसी का फंदा बना कर विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार ने आत्महत्या कर ली। अहले सुबह संत्री ने उसे देखा। उसे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। इससे पूर्व दुर्गा पूजा के दौरान बिहपुर पुलिस हिरासत में मारपीट के दौरान अशुतोष पाठक की हत्या हो गई थी। उस केस में मुख्य आरोपित तात्कालिक थानाध्यक्ष फरार है।

आरोपित हाजत में फांसी कैसे लगा सकता है?

पुलिस का कहना हैं कि विभूति ने गेल में गमछा का फंदा बनाकर आत्महत्या किया है। जबकि थाना हाजत बांस और खपड़ैल का बना हुआ हैं। उसकी उंचाई काफी काम हैं। बांस में फंदा बनाकर उसमें झूलना मुश्किल है। प्रश्‍न यह भी है कि हाजत में उसके पास गमछा कहां से आया। हाजत में डालने से पहले गमछा, बेल्ट, झोला, पर्स और अन्य समान निकाल लिया जाता हैं। आखिर गमछा उसके पास कहां से आ गया। हाजत की उचाई भी काफी कम हैं।

स्‍वजनों ने किया हंगामा

अनुमंडल अस्पताल में अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप कुमार, एसडीपीओ दिलीप कुमार ने स्‍वजनों को समझा बुझाकर शांत किया। स्‍वजनों ने पोस्टमार्टम प्रकिया भी सवाल उठाए। कहा कि पोस्‍टमार्टम दबाव में गलत रिपोर्ट बनाया जा सकता है। पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के दौरान स्‍वजनों ने काफी विरोध किया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर अस्पताल भेज दिया गया।

झंडापुर ओपी प्रभारी हरि शंकर कश्यप है। वे अभी छुट्टी पर है। अभी इस थाना के प्रभार में हरि किशोर सिंह हैं। नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बताया विभूति ने हाजत में गमछा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। किसकी लापरवाही से इस तरह की घटना हुई है, इसकी जांच की जा रही है।

स्‍कॉपियो लूट मामले में हुआ था गिरफ्तार

विभूति गांव के ही फूलो मंडल का स्कार्पियो गाड़ी चलाता था। वह 22 को स्कार्पियो गाड़ी गौरीपुर से मड़वा बारात गया। बारात पहुंचने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा गौरीपुर पहुंचा दो। गौरीपुर के पास घात लगाए पांच आपराधियों ने उसे बंधक बनाकर गाड़ी लूट लिया। इसके बाद उसे साहेबपुर कमाल में छोड़ दिया। उसका मोबाइल भी लूट लिया था। दूसरे के मोबाइल से उसने गाड़ी मालिक फूलो मंडल को फोन कर इसकी जानकारी दी। पुलिस अनुसंधान में ड्राइवर विभूति कुमार उर्फ मनिष कुमार की संलिप्तता सामने आई थी। पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.