इस गांव ने कोरोना को सीमा पर ही रोका
नवगछिया अनुमंडल के खरीक प्रखंड की भवनपुरा पंचायत में कोरोना की इंट्री नहीं है। इसकी वजह है गाव के लोगों की जागरूकता और सजगता। पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान भी इस गाव में गाइडलाइन के सख्ती से अनुपालन ने कई शहरों को पीछे छोड़ दिया था।
भागलपुर। नवगछिया अनुमंडल के खरीक प्रखंड की भवनपुरा पंचायत में कोरोना की इंट्री नहीं है। इसकी वजह है, गाव के लोगों की जागरूकता और सजगता। पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान भी इस गाव में गाइडलाइन के सख्ती से अनुपालन ने कई शहरों को पीछे छोड़ दिया था। इस बार भी गाव के लोगों ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पूरी सतर्कता बरती है। हर गाव की तरह इस गाव में भी करीब पचास से ज्यादा कामगार दिल्ली-पंजाब से लौटे। जब इनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, तभी इन्हें गांव में आने दिया गया। कोरोना संक्रमण को रोकने की तैयारी गाव के इंट्री प्वाइंट से शुरू होती है। गाव में प्रवेश करने वाले रास्ते पर एक बास का बैरियर लगा हुआ है। वहा पर गाव के युवाओं की टोली रहती है। गाव में आने वाले लोगों की थर्मल स्कैनर से जांच की जाती है। यदि सब ठीक रहा, तभी गांव में प्रवेश मिलेगा। अनिवासी कामगारों के साथ मसला दूसरा है। जाच तो तापमान की उन्हें भी करानी पड़ती है। उनके लिए नियम थोड़ा कड़ा है। उन्हें गाव के बाहरी हिस्से में स्थित सरकारी स्कूल में रखा जाता है। वहा उनके खाने-पीने की व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की जाती है। स्कूल की रसोई में सभी का खाना बनाता है। इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से स्वास्थ्य कर्मचारी को बुलाकर सभी की जाच कराई जाती है। जब तक उनकी रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक वे सभी उसी स्कूल में रहते हैं। इस दौरान उन्हें स्वजनों से मिलने की भी इजाजत नहीं होती है। अब तक गाव में पचास से ज्यादा अनिवासी आ चुके हैं। बात यहीं खत्म नहीं होती है। पंचातय के तीन गाव भवनपुरा, मैचा व रतनपुरा के प्रत्येक वार्ड से दो युवाओं की टोली बनाई गई है। यह शिफ्टवार गाव में घूम-घूमकर मास्क पहनने और निर्धारित दूरी बनाए रखने की अपील करती है। गाव में प्रत्येक दिन मुखिया की तरफ से सैनिटाइजेशन की व्यवस्था है। दिलचस्प तो यह है गाव का हर व्यक्ति कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्क है। पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान इस गाव के दुर्गा मंदिर में लगे लाउडस्पीकर से लॉकडाउन के नियम गूंजते रहते थे। इस बार भी यह व्यवस्था नहीं हो पाई क्योंकि मंदिर में लाउडस्पीकर खराब हो गया है। आपदा के इस समय में मिस्त्री को बुलवाना उचित नहीं लगा। हाल में ही गांव में एक बहूभोज हुआ। उसमें भी लोगों ने तीन-तीन फीट की दूरी बनाए रखी। निमंत्रण भी मात्र 25 लोगों को भेजा गया।
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गाव में अभी तक एक भी कोरोना संक्रमित नहीं है। गाव के एक व्यक्ति की संक्रमण से मौत हुई जो बाहर रहते थे। पंद्रह हजार की आबादी वाले गाव में प्रयास किया जा रहा है कि कोरोना न घुसे। इस अभियान में पूरा गाव एक जुट है।
- विनीत कुमार सिंह
मुखिया, भवनपुरा पंचायत