विधायक ने लगाए कई सनसनीखेज आरोप, बोले- स्मार्ट सिटी के नाम पर बस ट्रैफिक सिग्नल व एलईडी स्क्रीन Bhagalpur News
विधायक ने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों का बंदरबांट हो रहा है। योजना संचालन के लिए मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है। दो आयुक्त का भी स्थानांतरण हो चुका है।
भागलपुर [जेएनएन]। तीन वर्ष पूर्व पहले चरण में भागलपुर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया गया था। लेकिन स्मार्ट सिटी के नाम पर तिलकामांझी चौक पर एलईडी और ट्रैफिक सिग्नल को छोड़कर और कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। स्मार्ट सिटी के तहत शहर में विकास कार्य नहीं होने के विरोध में विधायक अजीत शर्मा ने कहा।
विधायक ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के नाम पर पैसों का बंदरबांट किया गया है। योजना के संचालन के लिए अभी तक मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी की भी नियुक्ति नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि दो आयुक्त का भी स्थानांतरण हो चुका है। पूर्व प्रमंडलीय आयुक्त की पहल पर जांच दल का भी गठन किया गया, जांच रिपोर्ट में विभिन्न योजनाओं के नाम पर नियम की अवहेलना कर राशि भुगतान की गई। इनमें झूला आपूर्ति के नाम पर 20 लाख एवं 10 लाख रुपये का भुगतान किया गया। इसका प्रमाण पत्र भी स्मार्ट सिटी कंपनी के पास नहीं है। सीसीटीवी की आपूर्ति कॉस्मिक आइटी कंपनी को 30 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान किया गया, जबकि कंपनी को 98.12 लाख रुपये का कार्यादेश निर्गत किया गया था। बायोटॉयलेट के निर्माण के लिए नेक्सन इंटरप्राइजेज को 15 लाख भुगतान किया गया, केवल सैंडिस कंपाउंड में टॉयलेट का निर्माण किया गया है। ब्लैकबेरी प्रा. लि. को 25 लाख रुपये दिए गए, जो भंडार पंजी में दर्ज नहीं है।
विक्रमशिला पुल के समानांतर पुल बनाने की मांग
विधायक ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया। ज्ञापन में भोलानाथ फ्लाईओवर का निर्माण करने, एनएच का चौड़ीकरण करने, विक्रमशिला पुल के समानांतर पुल का निर्माण करने आदि मांगें शामिल हैं। धरना में जिला महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कोमल सृष्टि, डॉ. अभय आनंद, रविंद्रनाथ यादव, पूजा साह, उषा रानी, सोईन अंसारी, शिव शंकर सिन्हा, संजय सिन्हा, नेजाहत अंसारी आदि कांग्रेसी शामिल हुए।