भागलपुर स्वास्थ्य विभाग का कारनामा: स्टाफ की पत्नी के बैंक खाते में भेज दिए चार लाख, अब दलील दे रहे ऐसा कि...
भागलपुर स्वास्थ्य विभाग का कारनामा सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल के एक कर्मचारी की पत्नी के बैंक खाते में चार लाख से ज्यादा की राशि जमा कर दी गई। अब प्रभारी से मानवीय भूल बताते रहे हैं। कह रहे हैं कि प्लीज रुपया वापस कर दें।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल के कर्मचारियों ने मिथिलेश प्रसाद की पत्नी ममता कुमारी के बदले मिथिलेश कुमार के खाते में 406860 (चार लाख छह हजार आठ सौ साठ रुपये) दे दिया। अब अस्पताल के कर्मचारी मानवीय भूल बताकर राशि को वापस करने का पत्र दिया है। साथ ही खाता को होल्ड कर दिया है। इससे ममता कुमारी को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
मिथिलेश कुमार सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल में लिपिक पद पर थे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ममता कुमारी को पेंशन दिया जा रहा था। पेंशन ममता कुमारी के पटना स्थित स्टेट बैंक के खाता में ही जमा किया जा रहा था। 29 जुलाई को मिथिलेश प्रसाद के अकाउंट में राशि भेजने के बजाय ममता कुमारी के खाता में 406860 रुपये दे दिए गए। ममता कुमारी ने कहा कि चूंकि पेंशन का रिवाइज हो रहा था, इसलिए सोचा कि वहीं राशि खाता में जमा की गई है। इस विषय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी 10 दिनों बाद भी मुझसे संपर्क नहीं किया गया। चूंकि एलआइसी और कुछ लोगों से कर्ज घर खरीदने के लिए लिया था, अत: कुछ राशि दे दी। ममता कुमारी के बड़े पुत्र गुंजन कुमार ने अस्पताल के कर्मचारी विवेक रंजन से संपर्क किया तब जानकारी मिली कि भूलवश राशि उनके मां के खाता में चली गई है। कर्मचारी ने राशि वापस करने की भी मांग की।
प्रश्न यह उठता है कि चार विपत्र से राशि खाता में जमा की गई है। तीन कर्मचारी इसे जांच करते हैं आखिर में अस्पताल की प्रभारी के हस्ताक्षर से राशि बैंक में जमा की जाती है। फिर ऐसी गलती कैसे हो गई। अब राशि वापस नहीं करने पर ममता कुमारी का अकाउंट होल्ड कर दिया गया है। कई बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा राशि जमा करने का पत्र भी भेजा गया है। शनिवार को भी रेफरल अस्पताल की प्रभारी डा उषा कुमारी ने ममता कुमारी को पत्र भेजा है। जिसमें फिर कहा है कि मानवीय भूल से खाता में राशि जमा की गई है। राशि वापस आपको करना ही होगा, बहाना बनाने से कोई फायदा नहीं है। एक मुश्त राशि चालान से सरकारी खजाने में राशि जमा कर चालान की प्रति कार्यालय को उपलब्ध करवाएं तभी खाता डी होल्ड करा दिया जाएगा।
जब खाता ही होल्ड कर दिया गया है तो राशि कैसे निकाली जाएगी। वहीं विवेक रंजन इस मामले को बंद करने के लिए भी आग्रह कर रहे थे। सिविल सर्जन को भी संज्ञान में नहीं लिया गया। - ममता कुमारी
ममता कुमारी के पुत्र को अनुकंपा पर स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किया गया है। उनसे भी बात होगी। हर हाल में ट्रेजरी में राशि जमा कर उसका स्लिप देने पर खाता पर रोक हटा ली जाएगी। - डा उमेश श्सर्मा, सिविल सर्जन