Bhagalpur Crime : मछली पकड़ते दो बदमाश हथियार व कारतूस के साथ गिरफ्तार
भागलपुर में मछली पकड़ने के दौरान दो अपराधियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। अपराधी महाजाल डालकर अवैध तरीके से मछली पकड़ रहे थे। अपराधियों की सक्रियता गंगा के कारगिल दियारा और सबौर के बाबूपुर तक बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। गंगा दियारा में प्रतिबंधित कपड़ा जाल और महाजाल का इस्तेमाल कर मछली पकडऩे वाले दो बदमाशों को बुधवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार बदमाशों में नवगछिया के परबत्ता निवासी विजय मंडल और नागेश्वर सहनी शामिल हैं। दोनों के संबंध जलकर माफिया से हैं। इनके पास से पिस्तौल, कारतूस और महाजाल बरामद किया गया है। जिला वन पदाधिकारी भरत चिंतापल्ली और सिटी एएसपी पूरन कुमार झा के संयुक्त नेतृत्व में बरारी पिप्पली धाम से आगे बिचली गंगा दियारा से दोनों को गिरफ्तार किया गया है। यह नाथनगर थाना क्षेत्र में पड़ता है। छापेमारी दल में बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद साह समेत पुलिस बल शामिल थे।
कारगिल दियारा से बाबूपुर तक जलकर माफिया की सक्रियता
गंगा के कारगिल दियारा और सबौर के बाबूपुर तक जलकर माफिया की सक्रियता बनी हुई है। ये लोग प्रतिबंधित कपड़ा जाल और महाजाल की मदद से नन्हीं और बड़ी मछलियों को पकड़ कर सिलीगुड़ी भेज देते हैं। सुल्तानगंज से विक्रमशिला तक फैले डॉल्फिन अभयारण्य में भी जलकर माफिया खुलेआम विचरण करते हैं। इनकी वजह से मछुआरों की जान सांसत में है। विरोध करने पर मौत के घाट उतार दिया जाता है। इसी विवाद में बरारी के गोढ़ी टोला निवासी प्रकाश महलदार की हत्या कर दी गई थी। शव को महादेवपुर घाट पर बालू में दफन कर दिया था। पांच दिन बाद उसका शव तत्कालीन बरारी थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बरामद किया था। सुबोध मंडल और जरिया बिंद गिरोह के बीच जलकर को लेकर लंबा संघर्ष चला। जरिया बिंद की हत्या हो गई लेकिन जलकर माफिया की सक्रियता कम नहीं हुई।
छापामारी और गिरफ़तारी से जलकर माफिया में हड़कप
नए डीएफओं द्वारा गंगा के धार में छापेमारी किए जाने से जलकर माफिया में हडकंप व्याप्त है। बता दे कि गंगा के मुख्य धारा में बेरोकटोक मछुआरों द्वारा जाल लगाकर चोरी छिपे माछली मारने का काम किया जाता है। ऐसी शिकायत मिलने पर डीएफओ द्वारा छापेमारी की गई। जिसमें दो लोगों की गिरफतारी भी हुई है। डीएफओ ने कहा आगे भी छापेमारी अभियान जारी रहेगा।