भागलपुर में दवा व्यवसायी को बदमाशों ने मारी गोली, नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती
ममता मेडिकल हॉल के नाम से संचालित दवा दुकान में बैठे रंजीव को बदमाशों में एक ने मारी गोली कमर में जा धंसी। मोजाहिदपुर अंचल थानाक्षेत्र के तोता साह लेन के रहने वाले हैं रंजीव मौके पर पहुंची पुलिस जुटी छानबीन में।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मोजाहिदपुर अंचल थानाक्षेत्र के मिरजान रोड मूर्तजाचक में शुक्रवार की रात दवा व्यवसायी रंजीव कुमार साह को गोली मार दी। चार की संख्या में पहुंचे बदमाशों में एक ने अपनी ममता मेडिकल हॉल में बैठे रंजीव को नजदीक से गोली मारी जो उनके कमर में जा धंसी। बदमाशों ने गोली मारने के बाद काउंटर से रुपये भी लूट लिए। वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश घटनास्थल से सटे बबरगंज थानाक्षेत्र इलाके में भाग निकले। घटना की जानकारी पर एसएसपी निताशा गुड़िया ने सिटी एएसपी पूरण कुमार झा को मौके पर भेज घटना में शामिल बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। पुलिस टीम मौके पर पहुंच घटनास्थल के करीब एक दुकान में लगे सीसी कैमरे की फुटेज का अवलोकन किया है। वहां घटना में शामिल बदमाशों की गतिविधियां कैद हो चुकी है। सिटी एएसपी ने दावा किया है कि जल्द घटना में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सीसी कैमरे में कैद बदमाशों की तस्वीर के सहारे उनकी गिरफ्तारी के लिए कई इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। प्रारंभिक तफ्तीश में नशा देने वाली कफ सिरप और प्रसूताओं के इस्तेमाल में व्यवहार होने वाली दर्द नाशक स्पास्मो प्रॉक्सीवैन टिकिया के खरीदने पहुँचे बदमाशों को दुकानदार ने उन्हें वो दवा देने से इनकार कर दिया। जिसको लेकर बहस हुई और बदमाशों में एक ने गोली मार दी। इलाके में यह चर्चा भी लोग करते मिले कि कफ सिरप की खरीद की उधारी का तकादा करने पर बदमाशों ने गोली मारी है। सिटी एएसपी ने बताया कि फिलहाल उपचार करा रहे व्यवसायी से बयान नहीं लिया गया है। बयान लेने के बाद केस दर्ज करने की कवायद शुरू की जाएगी। पुलिस ने एक को पूछताछ के लिए हिरस्त में ले भी लिया है जिसकी निशानदेही पर छापेमारी की जा रही है।
साल भर पूर्व खोली है दवा दुकान, पहले सौंदर्य प्रसाधन की थी दुकान
रंजीव साह साल भर पूर्व ममता मेडिकल हॉल खोल दवा के कारोबार में कदम रखे हैं। इसके पूर्व पास में ही दूसरे कॉम्प्लेक्स में उनकी सौंदर्य प्रसाधन केंद्र रूप सागर नामक दुकान थी। काफी विक्री थी उस दुकान की। बाद में उस कॉम्लेक्स को किसी और ने खरीद लिया तो उन्हें दुकान बंद करना पड़ा। फिर उन्होंने मेडिकल की दुकान खोल ली। कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने और मिरजान रोड जैसे इलाके में नौ बजे रात तक दुकान खोल कर बैठना खतरे से कम नही।