Bhagalpur Crime: जेल भेजा गया कुख्यात अभय, 13 घंटे बाद आया होश, जानिए क्या है मामला
Bhagalpur Crime अजीत कुमार ने बुधवार को दर्ज कराया रंगदारी का केस। मंगलवार की शाम पुरानी ड्योढ़ी रोड में भागवत यादव के घर फेंका था बम। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का महौल है। पुलिस वहां कैंप कर रही है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बरारी थानाक्षेत्र के पुरानी ड्योढ़ी रोड स्थित भागवत यादव के घर पर बम फेंकने मामले में कुख्यात अभय यादव के विरुद्ध रंगदारी का केस दर्ज कर लिया गया। भागवत यादव के भतीजे अजीत कुमार के लिखित बयान पर रंगदारी मांगने का केस अभय यादव, उसके भाई कारू यादव समेत दो अन्य अज्ञात बदमाशों पर दर्ज कराया गया है। अजीत ने दर्ज केस में कितनी रंगदारी मांगी थी इसका जिक्र नहीं किया है। बरारी थानाध्यक्ष नवनीश कुमार ने बताया कि उपचार के दौरान अभय को करीब 13 घण्टे बाद होश आ गया। उसे बुधवार की शाम न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस बोम फेंकने में अभी के साथ घटनास्थल पर मौजूद उसके भाई कारू यादव समेत अन्य बदमाशों की तलाश में छापेमारी कर रही है। बरारी के पिप्पली धाम क्षेत्र में ही अभय के भाई ने अजय यादव को गोली मार दी है जिसके बाद पुलिस उसे कई जगहों पर गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। पुलिस का दावा है कि कारू यादव समेत अन्य आरोपित किसी भी वक्त गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
मेडिकल दुकान में छापेमारी
बुधवार को जीरो माइल स्थित हनुमान मेडिकल हॉल में छापेमारी के दौरान कालाबाजारी में ग्लब्स बेचने का मामला पकड़ा गया। साथ ही कोरोना में उपयोग होने वाली दवाओं की खरीद की रसीद भी दुकानदार सत्यनारायण सिंह नही दिख पाए। नतीजतन ओषधि निरीक्षक ने तकरीबन 80 हजार रुपये की दवा जब्त कर ली और दवा दुकान का लाइसेंस रद करने की अनुसंसा की। मंगलवार को पटल बाबू रॉड स्थित महावीर मेडिकल हॉल में भी छापेमारी के दौरान कालाबाजारी में दवा बिक्री करने का खुलासा हो चुका है।ओषधि निरीक्षक दयानंद प्रसाद के नेतृत्व में टीम ने हनुमान मेडिकल हॉल में छापेमारी की। दयानंद प्रसाद ने बताया कि 12 से 13 रुपये ग्लब्स की कीमत थी लिए जा रहे थे 60 रुपये। इसके अलावा विटामिन सी, इरिथ्रो मयसिन, बी कम्प्लेक्स, डोकसीसाइकलिंग, पैरासिटामोल सही 11 प्रकार की दवाओं की खरीद ओर बिक्री की रशीद दुकानदार नहीं दिया। अतः इन दवाओं को जब्त किइस गया। जिसकी कीमत करीब 80 हजार रुपये है। उन्होंने कहा कि दुकान का लाइसेंस रद करने के लिये अधिकारियों से अनुसंसा की जाएगी। छापेमारी में अनिल, जितेंद कुमार थे।