Bhagalpur CoronaVirus Vaccination : डेटा ऑपरेटरों के वेतन में होगी कटौती, जानिए... कैसे हुआ गड़बड़झाला
Bhagalpur CoronaVirus Vaccination कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने के बाद घोर लापरवाही बरती गई मोबाइल फोन नंबर की जगह शून्य डाल दिया था। जांच में सामने आया गड़बड़झाला। कोरोना टीका लेने वाले दर्जनों जवानों का आधार कार्ड नंबर मिला एक।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। मोबाइल नंबर के स्थान पर शून्य डालने वाले डेटा ऑपरेटरों के वेतन में कटौती की जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि जिले के पांच प्रखंडों में छह सौ लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए थे, लेकिन पोर्टल में उनके मोबाइल नंबर के स्थान पर शून्य अंकित कर दिया गया था। जांच में डेटा ऑपरेटरों की लापरवाही सामने आई है। हालांकि सैंपल जांच ठीक की गई है।
गौरतलब है कि जगदीशपुर, पीरपैंती, नारायणपुर, बिहपुर और कहलगांव में कोरोना जांच के लिए सैंपल तो लिए गए, लेकिन मोबाइल फोन नंबर शून्य अंकित कर दिया गया। जागरण ने इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद प्रशासन की नींद खुली थी। हालांकि इस मामले में अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया था और छोटे कर्मचारियों को लपेटे में ले लिया गया। सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पताल के प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि डेटा ऑपरेटरों को चिन्हित कर जानकारी दें, ताकि उनके वेतन में कटौती की जा सके। मोबाइल नंबर के स्थान पर शून्य डालने वाले डेटा ऑपरेटरों के वेतन में कटौती की जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि जिले के पांच प्रखंडों में छह सौ लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए थे, लेकिन पोर्टल पर उनके मोबाइल फोन नंबर के स्थान पर शून्य अंकित कर दिया गया था। जांच में डेटा ऑपरेटरों की लापरवाही सामने आई। हालांकि सैंपल जांच सही कर दी गई है।
कई पर आधार कार्ड नंबर एक
कोरोना का टीका लेने वाले दर्जनों जवानों के नाम तो अलग-अलग हैं, लेकिन आधार कार्ड का नंबर एक ही है। यानी कोरोना के नाम पर जो चाहा डेटा ऑपरेटर द्वारा पोर्टल में डाल दिया गया। जब मामला सामने आया तो यह कहने में भी देर नहीं है कि पोर्टल के सरवर में गड़बड़ी की वजह से ऐसा हुआ है। हालांकि सिविल सर्जन ने कहा कि में कोई गड़बड़ी अभी तक नहीं मिली है। इस मामले में जांच भी नहीं की गई।
दर्जनों नामों में आधार कार्ड नंबर एक
14 फरवरी से फ्रंट लाइन कर्मचारियों को टीके लगाने का अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस के तकरीबन दो सौ से ज्यादा जवान कोरोना के टीके लगवा चुके हैं। 12 फरवरी को जिन जवानों ने टीके लगाए, पोर्टल पर उनका नाम और मोबाइल फोन नंबर तो अलग-अलग है, लेकिन आधार कार्ड नंबर एक है। कुल मिलाकर कोरोना के नाम पर कर्मचारियों की लापरवाही धीरे-धीरे सामने आने लगी है। बताया गया कि ऐसे दर्जनों नाम हैं जिनका आधार कार्ड नंबर एक है।
ये हैं कुछ उदाहरण
नाम आधार कार्ड नंबर
अजय कुमार यादव 999999999999
अजीत कुमार 999999999999
अनिल कुमार 999999999999
आरती कुमारी 999999999999
अजय कुमार मंडल 99999999999
अरुण कुमार प्रसाद 99999999999
प्रखंड मोबाइल नंबर संख्या
पीरपैंती 0000000000 257
बिहपुर 0000000000 266
जगदीशपुर 0000000000 142
नारायणपुर 0000000000 227
कहलगांव 0000000000 29