Bhagalpur CoronaVirus Vaccination : लक्ष्य से पीछे है फ्रंट लाइन वर्करों का कोरोना टीकाकरण
Bhagalpur CoronaVirus Vaccination सात दिनों में 5300 फ्रंट लाइन वर्करों ले लगाए टीका। किसी भी दिन लक्ष्य नहीं हो रहा पूरा। परीक्षा में ड्यूटी की वजह से भी टीकाकरण का फीसद है कम। प्रतिदिन 10 से 15 स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना टीका फ्रंट लाइन वर्करों को लगाया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur CoronaVirus Vaccination: जिले में टीकाकरण का दूसरा चरण 14 फरवरी से प्रारंभ हुआ। इस चरण में फ्रंट लाइन वर्करों को कोरोना का टीका लगाने का अभियान प्रारंभ है। लक्ष्य है 12216 वर्करों को टीका लगाने का। लेकिन अभी तक 5300 वर्करों को ही टीका लगाया जा सका है। यानि 50 फीसद से भी कम टीकाकरण हुआ है। परीक्षा की वजह से कई कर्मचारी ड्यूटी में है इसलिए भी टीकाकरण का फीसद पूरा नहीं हो रहा है। वहीं टीका के प्रति अभी लोगों में आशंका बनी हुई है तो दूसरी तरफ रजिस्ट्रेशन करवा कर स्वास्थ्य कर्मचारी अपने रिस्तेदारों को टीका लगवाने में कामयाब हो रहे हैं।
अवकाश और त्योहार के दिनों को छोड़कर प्रतिदिन जिले के 10 से 15 स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना का टीका फ्रंट लाइन वर्करों को लगाया जा रहा है। वहीं उन स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका का दूसरा डोज दिया जा रहा है जो पहली बार ले चुके हैं। टीकाकरण के पहले चरण में कई चिकित्सकों ने टीका के प्रति अविश्वास होने पर टीका नहीं लिया, अब ले रहे हैं। यही स्थिति अन्य फ्रंट लाइन वर्करों की भी है। लेकिन अब लोगों का विश्वास टीका के प्रति विश्वास भी बढ़ा है। इसलिए टीकाकरण का फीसद भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
पोर्टल में नाम नहीं आने पर भी कई लोग लौटे
कई फ्रंट लाइन वर्करों ने बताया कि टीका लेने का मैसेज मोबाइल में आने पर टीकाकरण केंद्र भी गया, लेकिन पोर्टल पर नाम नही आने से उन्हें वापस होना पड़ा। राधेश्याम ने कहा कि जब सदर अस्पताल गया तो वहां के कर्मचारियों ने जवाहरलाल चिकित्सा महाविद्यालय (जेएलएनएमसीएच) भेजे दिया। अस्पताल जाने पर फिर सदर अस्पताल भेज दिया गया। करीब एक दर्जन लोग टीका लेने से वंचित हैं।
रिस्तेदारों को भी लगवा दिए टीके
जेएलएनएमसीएच और नगर निगम में कई स्वास्थ्य कर्मचारियों ने रजिस्ट्रेशन करवाकर अपने रिस्तेदारों को कोरोना का टीका लगवाने में सफल हो गए। जबकि कोविड 19 के तहत केवल स्वास्थ्य कर्मचारियों को ही टीके लगवाने थे। वहीं फ्रंट लाइन कर्मचारियों के नाम पर नगर निगम में एक व्यवसायी ने टीके लगवा लिया। जब मामले उजागर हुआ तो सिविल सर्जन से राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने जबाव मांगा है। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक और नगर निगम के प्रभारी आयुक्त को जांच करने का निर्देश दिया। जेएलएनएमसीएच में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का भी गठन किया गया है।
फ्रंट लाइन वर्करों का टीकाकरण जारी है। परीक्षा में ड्यूटी की वजह से टीका लगाने वाले कर्मचारी टीका नहीं लगवा पा रहे हैं। परीक्षा के बाद टीकाकरण का फीसद बढ़ेगा। - डॉ. विजय कुमार सिंह, सिविल सर्जन