Move to Jagran APP

Bhagalpur Coronavirus ALERT : घोषणा हवा-हवाई... मुंबई से पहुंची ट्रेन, जिला प्रशासन की ओर से नहीं की गई थी कोई व्यवस्था

भागलपुर में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को कोरोना जांच कराने की बात कही गई थी लेकिन यह खोखला साबित हुआ। शुक्रवार को जब ट्रेन पहुंची तो जिला प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 11:35 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 11:35 AM (IST)
Bhagalpur Coronavirus ALERT : घोषणा हवा-हवाई... मुंबई से पहुंची ट्रेन, जिला प्रशासन की ओर से नहीं की गई थी कोई व्यवस्था
भागलपुर स्‍टेशन पर कोरोना जांच के लिए नमूना लेते कर्मी। जागरण।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुंबई से आने वाली ट्रेनों के हर यात्रियों को कोरोना जांच कराने की बात कही गई थी, लेकिन यह खोखला साबित हुआ। शुक्रवार से ही यह व्यवस्था लागू होनी थी, मुंबई से शाम छह बजे ट्रेन पहुंच गई। ट्रेन से एक-एक कर लगभग 1160 पैसेंजर भी उतर गए। लेकिन, इसमें से महज 46 लोगों ने ही कोरोना की जांच कराई। प्रशासन के निर्देश के बाद भी स्टेशन पर जांच काउंटरों की संख्या नहीं बढ़ाई गई थी।

prime article banner

अन्य दिनों की तरह एक काउंटर पर जांच की सुविधा थी। इस कारण लगभग यात्री बिला जांच कराए ही घर चले गए। इन्हें रोकने के लिए प्रशासन की ओर से काई पदाधिकारी नहीं तैनात थे। ट्रेन जैसे ही प्लेटफॉर्म संख्या एक पर खड़ी हुई तो रेलवे की ओर से यात्रियों से कोरोना जांच के बाद ही घर जाने का उद्घोषणा होती रही। सीआइटी आरएन पासवान यात्रियों को कोरोना जांच के लिए कतारबद्ध कराया। इस दौरान लगभग चार दर्जन यात्रियों की जांच हुई।

पॉजीटिव को अस्पताल पहुंचाने के लिए व्यवस्था नहीं

रेलवे स्टेशन पर कोरोना एंटीजन किट से स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है। लेकिन, रिपोर्ट पॉजिटीव आने पर रेल यात्रियों को अस्पताल या फिर घर पहुंचाने की अलग से व्यवस्था नहीं की की गई है। सवाल यह उठता है कि कोरोना की दूसरी लहर को आखिर कैसे रोका जाएगा। प्रशासन ने ऐसे यात्रियों को घर और अस्पताल भेजने की बात कही थी। पॉजिटीव आने पर यात्री ऑटो, बस से घर जा रहे हैं। ऐसे में कोरोना का चेन बढऩे की संभावना ज्यादा है।

एक जांच कर्मी पर बढ़ा दवाब

स्टेशन पर कोरोना जांच के लिए एक काउंटर लगाया गया है। तीनों शिफ्ट में दो-दो तकनीशियनों की ड्यटी लगी है। इसमें एक कागजी प्रक्रिया में व्यस्त रहते हैं तो दूसरा सैंपल लेने में। जंक्शन पर यात्रियों की भीड़ के कारण एक कर्मी पर काफी दवाब है। जंक्शन पर हर दिन सिर्फ लंबी दूरी से आने वाली ट्रेनों में 10 हजार के आसपास यात्रियों का आवागमन होता है।

एक ही परिवार के यात्री छह निकले पॉजीटिव, रिपोर्ट आते ही रोने लगे सभी

भागलपुर : किऊल-मालदा इंटरसिटी स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को भागलपुर जंक्शन पर उतरे बैजानी के एक ही परिवार के छह यात्री कोरोना संक्रमित निकले। इसमें एक बच्चा भी शामिल है। एंटीजन किट से जांच के बाद पॉजीटिव पाए परिवार के सभी सदस्य रोने लगे। कुछ देर के लिए जंक्शन का पोर्टिकों भी लोगों से खाली हो गया। दरअसल, इंटरसिटी से सफर कर रहे इस परिवार में शामिल बच्चे को पहले से बुखार था। स्टेशन पर कोरोना जांच होता देख सभी ने जांच कराई। पॉजीटिव निकलने के बाद सभी जोर से रोने लगे। इससे स्टेशन पर हडकंप मच गया। देखते ही देखते पोर्टिकों में बैठे दूसरे यात्री भी धड़ाधड मास्क लगाने लगे। इसके बाद पॉजीटिव परिवार वाहन करके घर निकले।

167 की जांच, 44 पॉजीटिव, मुंबई के तीन यात्री शामिल

भागलपुर जंक्शन पर सुबह सात से लेकर शाम सात बजे तक अलग-अलग ट्रेनों से उतरे 167 यात्रियों की कोरोना जांच हुई। इसमें मुंबई के तीन यात्री सहित 44 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। मुंबई की ट्रेन यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी, इसके बाद भी जांच का फीसद पांच फीसद में ही सीमित रह गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.