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Covid Center : काढ़ा तो दूर गर्म पानी भी नसीब नहीं, चादर और भोजन तक घर से मंगवाते हैं मरीज

Bhagalpur corona virus update भागलपुर के कोविड सेंटर में भारी अनिय‍मितता है। चादर और भोजन तक मरीज अपने घर से मंगवाते हैं। सप्ताह में भी बेडशीट नहीं बदला जाता है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 01:49 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:03 PM (IST)
Covid Center : काढ़ा तो दूर गर्म पानी भी नसीब नहीं, चादर और भोजन तक घर से मंगवाते हैं मरीज
Covid Center : काढ़ा तो दूर गर्म पानी भी नसीब नहीं, चादर और भोजन तक घर से मंगवाते हैं मरीज

भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur corona virus update : टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में बने कोविड सेंटर में कुछ भी ठीक नहीं है। कोरोना मरीजों के इलाज से लेकर खानपान में लापरवाही बरती जा रही है। एक सप्ताह तक बेड का चादर भी नहीं बदला जाता। काढ़ा तो दूर गर्म पानी भी मरीजों को रोज नहीं मिलते हैं। भोजन में भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। ऐसे में कई मरीज घर से भोजन मंगवा रहे हैं। जिस तरह लोग कोरोना से सहमे हैं, उसी तरह कोरोना के मरीज यहां भर्ती होने से डर रहे हैं। अभी भी यहां 70 मरीज भर्ती है। इसमें सभी की जान सांसत में है। इन्हें डर है कि कब क्या हो जाएगा? जान बचेगी या नहीं। यहां की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छिपी हुई नहीं है। कोई दवा के लिए परेशान है तो कई भूख से। हर जगह लापरवाही ही दिख रही है। मरीजों को समय पर भोजन की बात तो दूर दवा भी टाइम टू टाइम नहीं मिल रहा है। चिकित्सक कब आएंगे किसी को मालूम नहीं। मरीजों की मानें तो बिजली गुल होने के बाद जनरेटर भी समय पर नहीं चलता। कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों ने फोन कर यहां की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। 

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कोविड सेंटर के एक नंबर बिल्डिंग से दस दिन बाद निकले मरीज ने बताया कि कोविड सेंटर का हाल काफी दयनीय है। दस दिनों में तीन दिन काढ़ा मिला, गर्म पानी के लिए भी काफी जद्दोजहद करना पड़ता था। एक बार दवा देने के बाद कोई झांकने भी नहीं आया। कई बार कहने के बाद भी बेडशीट नहीं बदला गया। एक बेडशीट पर ही मरीज 10 से 12 दिन रहते हैं। भोजन की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। शिकायत के बाद भी कोई हल नहीं निकला। 

कोविड सेंटर से बाहर निकले कहलगांव के मरीज ने बताया कि भोजन घटिया रहता है। दस दिन सेंटर में रहे, इसमें से ज्यादा दिन घर से ही भोजन मंगवाए। गर्म पानी भी बाहर से मंगाना पड़ता था। शौचालय की हालत भी बदतर है। सफाई भी नियमित रूप से नहीं होती। चिकित्सक तो एक दिन भी झांकने भी वार्ड में नहीं आते थे। कोरोना मरीज पूरी तरह से भगवान के भरोसे ही हैं। 

-बेडशीट मरीजों के कहने पर बदल दिए जाते हैं। नाश्ता और भोजन नियमित रूप से मिलते हैं। काढ़ा भी दिया जाता है। मरीजों का ख्याल रखा जा रहा है। -डॉ. अमित कुमार शर्मा, शिफ्ट प्रभारी कोविड सेंटर, टीटीसी।


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