Bhagalpur Corona Update : हर दिन तीन हजार जांच का लक्ष्य, कोविड सेंटर में बेड की कमी नहीं
Bhagalpur Corona Update कोरोना वायरस से संक्रमितों की जांच के लिए जिलाधिकारी ने लक्ष्य बढ़ाने का निर्देश दिया है। साथ ही कोविड सेंटर में बेड को बढ़ाने को कहा।
भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur Corona Update : जिले में कोरोना जांच का लक्ष्य बढ़ाया गया है। अब हर दिन ढाई से तीन हजार लोगों की जांच कराने का लक्ष्य है। यह जानकारी जिलाधिकारी प्रणव कुमार वर्चुअल संवाद में जनप्रतिनिधियों को दी। डीएम ने कहा कि प्रखंड स्तर पर और जरूरत पडऩे पर पंचायत स्तर पर जांच हो रही है। जिनमें संक्रमण के लक्षण है उन्हें इलाज के लिए टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज में व्यवस्था है। वहीं, गंभीर रूप से प्रभावित लोगों के लिए जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में भेजा जा रहा है। मेडिकल अस्पताल में 933 बेड उपलब्ध है। यहां 709 बेड पर आपातकालीन परिस्थितियों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है।
आइसीयू में 36 बेड ज्यादा गंभीर मरीजों के लिए है। तीन एंबुलेंस भी तैनात हैं। जिले में लगभग 2400 स्वस्थ्य हुए हैं। डीएम ने कहा कि इस संक्रमण से बचाव के लिए लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस दौरान बाढ़ से निपटने और राहत की तैयारियों से भी अवगत कराया। सभी अंचलाधिकारी को आपदा प्रबंधन विभाग के मानक के तहत संचालन करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दी। वर्चुअल संवाद में सुल्तानगंज के विधायक सुबोध राय, पीरपैती के रामविलास पासवान, नाथनगर के विधायक लक्ष्मीकांत मंडल, कहलगांव के सदानंद सिंह, विधान परिषद सदस्य डॉ. संजीव कुमार सिंह और अधिकारी भी थे।
क्वारंटाइन सेंटर में हुए खर्च की होगी जांच
जिले के क्वारंटाइन सेंटरों में हुए खर्च की जांच होगी। डीएम प्रणव कुमार ने तीनों अनुमंडल में चार-चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। भागलपुर अनुमंडल की जांच अनुमंडल पदाधिकारी सदर, वरीय कोषागार पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर एवं अपर अनुमंडल पदाधिकारी सदर करेंगे। कहलगांव अनुमंडल में अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव, जिला लेखा पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता कहलगांव व अपर अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव जांच करेंगे। वहीं, नवगछिया अनुमंडल में अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया, कोषागार पदाधिकारी नवगछिया, भूमि सुधार उप समाहर्ता नवगछिया व अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नवगछिया मामले की जांच करेंगे। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रवासी मजदूरों के लिए सभी अंचलों व प्रखंडों में क्वारंटाइन सेंटर का संचालन किया गया था। क्वारंटाइन सेंटर के नोडल पदाधिकारी अंचलाधिकारी व प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्रवासी मजदूरों के रहने, खाने सहित अन्य व्यवस्थाओं पर राशि खर्च की गई थी। सभी प्रखंडों व अंचलों से खर्च की गई राशि के भुगतान के लिए आपदा प्रबंधन शाखा मांग की गई है। जितनी राशि की मांग की गई है, वह अधिक लग रही है। इसको देखते हुए डीएम ने जांच कमेटी का गठन किया है।
जिले में मई में 419 क्वारंटाइन सेंटर चिन्हित किए गए थे। यहां 27 हजार 423 लोगों के रहने की व्यवस्था थी। 293 से अधिक क्वारंटाइन सेंटर का उपयोग किया गया। दस मार्च से 11 जून के बीच 55 हजार 490 प्रवासी आए थे। इनके रहने, खाने आदि की व्यवस्था प्रखंड स्तर पर की गई थी।