मुल्लाचक पर कब्जे की जंग में सामने होंगे शातिर
मुल्लाचक पर कब्जे की हसरत लिए दो कुख्यात गिरोह के शूटर जल्द एक दूसरे के सामने होंगें।
भागलपुर। मुल्लाचक पर कब्जे की हसरत लिए दो कुख्यात गिरोह के शूटर जल्द एक दूसरे के सामने होंगें। इमरान कल्लू पर 21 अगस्त की रात कातिलाना हमले में शामिल बदमाश पुलिस के अनुसार कोलकाता में शरण ले रखे हैं। यानी रहमत कुरैशी और पासा बादशाह आदि सरगना टिंकू मियां की शरण में हैं। जबकि कल्लू के पीछे बरई चक वाले टिंकू अंसारी गिरोह खड़ा है।
दोनों गिरोह की कमान टिंकुओं ने संभाल रखा है। दोनों गिरोह की मंशा मुल्लाचक पर कब्जे की है। कभी मुल्लाचक इनायतुल्ला अंसारी गिरोह का पुराना गढ़ माना जाता था। बाद में प्रतिद्वंद्वी सरगना सल्लन मियां की दखल इलाके में बढ़ी तो धीरे-धीरे अंसारी के लोग दूसरी जगह पनाह लेने लगे। एक समय ऐसा आया कि अंसारी गुट से ही अलग हुए फेकू मियां आदि की दखल बढ़ी। अब इनायतुल्ला अंसारी, सल्लन मियां और फेकू मियां की हत्या हो चुकी है। उनसे जुड़े नवोदित गिरोह में एक गिरोह की कमान फेकू मियां के बेटे टिंकू मियां और दूसरे की कमान अंसारी मियां के भतीजे टिंकू अंसारी के हाथ में है। टिंकी मियां का दखल ज्यादा
मुल्लाचक में टिंकू मियां की दखल ज्यादा है जबकि टिंकू अंसारी के गुर्गे भी तेजी से अपना पांव पंसार रहे हैं। इमरान कल्लू पर हमला टिंकू अंसारी को पस्त करने के लिए ही किया गया बताया जा रहा है। कल्लू के सहारे ही वहां टिंकू अंसारी का गिरोह आधार बना रहा था। नतीजा टिंकू मियां के शूटर उसका काम तमाम करने को हमला बोला। अब रहमत ने मीट कारोबारी मुन्ना से रंगदारी मांग फिर टिंकू अंसारी गिरोह को चुनौती दे डाली है।