नशीली गोलियों का आपूर्तिकर्ता है बंगाल का शराब तस्कर तनवीर, पूर्णिया में गिरफ्तारी के बाद उगले कई राज, भूटान से जुड़े तार
भूटान से तस्करी कर मंगाता था नशीली गोलियां इस कारोबार के लिए दालकोला में खोल रखी थी दुकान। अरूणाचल से शराब की खेप मंगाकर बिहार में करता था बड़े पैमाने पर विदेशी शराब की तस्करी। बेगूसराय दरभंगा एवं पूर्णिया सहित अन्य जिलों में दर्ज हैं शराब तस्करी के नौ मामले।
राजीव कुमार, पूर्णिया। सोमवार को पुलिस ने बंगाल के जिस शराब तस्कर मो. तनवीर उर्फ सोमीतुला को पकड़ा है वह देसी शराब बनाने के लिए नशीली गोलियों का मुख्य आपूर्तिकर्ता है। नशीली गोलियों के कारोबार के संचालन के लिए इसने बंगाल के दालकोला में शोरूम तक खोल रखा है। तनवीर उत्तरी दिनाजपुर का रहने वाला है। वह नशीली गोलियों की खेप भूटान से मंगाता था। इसके खिलाफ सूबे के नौ जिलों में शराब तस्करी के मामले दर्ज हैं। इसके खिलाफ बेगूसराय, पूर्णिया के कसबा एवं दरभंगा के मनिगाछी थाना में शराब तस्करी के तीन मामले दर्ज हैं।
शराब तस्कर मु. तनवीर शराब की तस्करी अपने अंदाज में करता था। उसके द्वारा शराब की खेप जिसके पास भेजी जाती थी उसके एक आदमी को वह तक तक अपने पास बंधक रखता था जब तक भेजी गयी शराब के पैसे उसके पास नहीं पहुंच जाते थे। जिस शराब की खेप को पुलिस द्वारा जब्त कर लिया जाता था उसका भी बंधक व्यक्ति के सहारे वह शराब की कीमत वसूल कर लेता था। दरभंगा के मनिगाछी थाना में शराब जब्ती के तीन मामलों में भी इस शराब तस्कर ने बंधक बनाए लोगों के सहारे जब्त शराब की कीमत वसूली थी।
दालकोला में तनवीर ने 15 जनवरी को खोली थी नशीली गोलियों की दुकान
बंगाल से शराब तस्कर मुर्शीद को गिरफ्तार करने के बाद दहशत में आए शराब तस्कर मु. तनवीर ने अपना मूवमेंट पूरी तरह से बंद कर दिया था। इसके पूर्व अक्सर शराब तस्करी एवं नशीली दवा की गोलियां सूबे के कई जिलों में भेजने की मकसद से वह बिहार बंगाल सीमा से सटे पूर्णिया मोड़ आया जाया करता था। मुर्शीद के पकड़े जाने के बाद अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए शराब तस्कर तनवीर ने बंगाल के दालकोला में अपने आप को पूरी तरह से शिफ्ट कर लिया था। उसने दालकोला में ही 15 जनवरी को नशीली दवा की गोलियों की एक दुकान खोली थी। वहां से वह नशीली गोलियों के अलावा शराब तस्करी के कारोबार को रहकर संचालित करने लगा था। शराब तस्कर मु. तनवीर ने पुलिस को बताया है कि वह नशीली गोलियों की खेप भूटान के वर्मा से मंगाता है और इसकी बिहार सहित झारखंड में काफी मांग है। देसी शराब के अलावा नशे के लिए ताड़ी में भी इसका उपयोग किया जाता है। उसने बंगाल एवं झारखंड के रास्ते सूबे के कई जिलों में शराब तस्करी की बात को भी कबूल किया है।
शराब तस्करी में पूर्वोत्तर के राज्यों का कनेक्शन आया सामने
बंगाल से पकड़ में आ रहे शराब तस्करों का कनेक्शन नार्थ इस्ट के राज्यों से सीधा जुड़ रहा है। सोमवार को पकड़ में आए शराब तस्कर मु. तनवीर का कनेक्शन भी नार्थ ईस्ट के कई राज्यों से जुड़ा पाया गया। इस शराब तस्कर के पास से पुलिस ने जो मोबाइल फोन जब्त किया है उसमें नार्थ ईस्ट के राज्य अरुणाचल से सबसे अधिक शराब एवं स्प्रीट की खेप मंगाए जाने की बात सामने आई है। अरुणाचल के वैसे लोगों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है, जो शराब तस्कर तनवीर को शराब की खेप भेजा करता था।
कमाल, मधुडे और तनवीर ने साथ में शुरू की थी शराब तस्करी
पुलिस को पूछताछ के दौरान शराब तस्कर तनवीर ने बताया की पुलिस की पकड़ में आया शराब तस्कर मो. कमाल, मधु डे एवं उसने एक साथ ही शराब की तस्करी शुरू की थी। बाद में इसमें कमाई बेतहाशा होने के बाद वे अलग-अलग शराब तस्करी का काम करने लगे। मु. कमाल को पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसके अलावा कई अन्य शराब तस्करों की गिरफ्तारी के बाद से मधु डे फिलहाल शराब तस्करी का काम छोड़ फरार हो गया। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर बंगाल सीमा से हो रही शराब तस्करी की कमर तोड़ दी है।
गिरफ्तारी में कई पुलिस कर्मी भी हुए घायल
शराब तस्कर की गिरफ्तारी के दौरान कई पुलिस कर्मियों के घायल होने की बात भी सामने आ रही है। बताया जाता है की शराब तस्कर तनवीर की गिरफ्तारी में सदर थाना अध्यक्ष मधुरेन्द्र किशोर, तकनीकी शाखा प्रभारी पंकज आनंद सहित रोहित कुमार भी घायल हो गए लेकिन इन पुलिस कर्मियों ने शराब तस्कर को नहीं छोड़ा। यद्यपि पुलिस के वरीय अधिकारी किसी भी पुलिस कर्मी के घायल होने की बात से साफ इंकार कर रहे हैं। बहरहाल शराब तस्कर तनवीर की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
मद्य निषेध विभाग के सहयोग से पूर्णिया पुलिस ने बंगाल के एक और शराब तस्कर को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ में शराब तस्करी से जुड़ी कई अहम जानकारियां हाथ लगी है। इस बारे में पुलिस और जानकारी जुटा रही है। - दयाशंकर, एसपी, पूर्णिया।