अपनी थाली अपनी क्यारी कार्यक्रम की सफलता पर BAU को मिला सिल्वर अवार्ड
बिहार कृषि विश्वविद्यालय ने एक और उपलब्धि अपने नाम किया है। उसे इस बार सिल्वर आवार्ड मिला है। यह आवार्ड अपनी थाली अपनी क्यारी कार्यक्रम की सफलता पूर्वक संचालन के लिए दिया गया है। यह कुपोषण के खिलाफ जंग में काफी मददगार साबित हो रहा है।
भागलपुर, जेएनएन। आइसीडीएस के सहयोग से आंगनबाड़ी केंद्रों व सरकारी स्कूलों में खाली पड़े जमीन पर पोषण वाटिका लगाए जाने का कार्य प्रगति पर है। बीएयू इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग दे रहा है। राज्य के चार जिलों में यह कार्य को सफलता पूर्वक बीएयू द्वारा चलाया जा रहा है। धरातल पर बेहतर कार्य को देख विवि को प्रतिठति स्कॉच अवार्ड में सिल्वर अवार्ड से नवाजा गया है।
कार्यक्रम के तह हर आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाया जाता है पोषण वाटिका
अपनी थाली अपनी क्यारी कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिका लगाया जाता है। वाटिका में सालों भर विभिन्न किस्मों के पोषण युक्त सब्जियां और फल उगाई जाती है। जिसका लाभ केंद्र से जुड़ी गर्भवती महिलाएं , धात्री महिलाएं और बच्चों को मिलती है। इस वाटिका को संवारने में कृषि विवि के वैज्ञानिक तकनीकी सहयोग देने का काम कर रहे हैं। इस तरह विवि के प्रयास से कुपोषण में कमी करने में भी सफलता मिल रही है। इस योजना को अब लगभग हर आंगबाड़ी केंद्रों पर लागू किया गया है। यह कुपोषण के खिलाफ जंग में काफी मददगार साबित हो रहा है।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत चार जिलों में चलाया गया था यह योजना
बता दे कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत यह कार्यक्रम पटना, नालंदा, पूर्णिया और खगडिय़ा में चलाया जा रहा है। योजना की सफलता को देख अब इसे राज्य भर में लागू करने का निर्णय लिया गया है । इसी योजना के तहत विवि को इस अवार्ड से नवाजा गया है। कृषि विवि के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. आरके सोहाने ने कहा कि अपनी थाली अपनी क्यारी योजना की सफलता धरातल पर दिख रही है। विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ी महिलाएं व बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। कुपोषण दूर करने की दिशा में यह अच्छा प्रयास है। विवि को अवार्ड मिलना कार्यक्रम की सफलता का द्योतक है।