प्रवासियों में उद्यमिता विकास की संभावनाओं की तलाश
बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में शुक्रवार को प्रवासियों में उद्यमिता विकास की संभावना तलाशने के लिए मंथन हुआ।
भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में शुक्रवार को रिटर्न टू रूट्स : ग्रामीण स्तर पर उद्यमिता विकास हेतु संभावनाएं एवं रणनीति विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया। प्रवासियों में उद्यमिता के विकास की संभावना को तलाशने के उद्देश्य से आयोजित इस वेबिनार की अध्यक्षता कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने की। उन्होंने कहा कि उद्यमिता के क्षेत्र में काम कर रहे सभी लोगों को एक मंच पर आने की आवश्यकता है।
भारतीय प्रबंधन संस्थान हैदराबाद के पद्मश्री प्रो. अनिल कुमार गुप्ता ने कहा कि कौशल मैपिंग के साथ-साथ ज्ञान मैपिंग करने की जरूरत है। खरपतवार के औषधीय गुणों की पहचान कर मूल्यवर्धन करने की जरूरत है।
अटल इक्यूबेटर सेंटर के अध्यक्ष विजय प्रकाश ने कहा, जमीनी स्तर पर बहुत सारा ज्ञान है हमें उसके व्यावसायिक इस्तेमाल के बारे में सोचना चाहिए।
देव संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के पुर्व कुलपति प्रो. एसपी मिश्रा ने कहा कि हमें लकीर का फकीर न बन कर ज्यादा से ज्यादा इनोवेशन करने की जरूरत है। वेबिनार में डॉ. रामदत्त और विनोद कुमार आदि सहित देश स्तर के कई विशेषज्ञ शामिल हुए।