BAU नियुक्ति घोटला : शपथ पत्र में मेवालाल ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे का किया था जिक्र
BAU नियुक्ति घोटला तारापुर विधायक को शिक्षा मंत्री का पद ग्रहण करने के बाद इस्तीफा देना पड़ा। इस चुनाव में जदयू ने मेवालाल चौधरी को दूसरी बार मौका दिया था। उनपर बीएयू में कुलपति रहते नियुक्ति घोटाले का आरोप लगा है।
मुंगेर, जेएनएन। तारापुर विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी ने शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने के महज कुछ घंटे के अंदर इस्तीफा दे दिया। बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के कुलपति रहने के दौरान भवन निर्माण में अनियमितता और अस्सिटेंट और जूनियर वैज्ञानिक की बहाली में बरती गई धांधली के आरोप में डॉ. मेवालाल चौधरी पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
डॉ. मेवालाल चौधरी को 2020 के विधानसभा चुनाव में जब जदयू ने दूसरी बार उम्मीदवार बनाया था। नामांकन के दौरान दिए शपथ पत्र में तारापुर विधायक ने अपने ऊपर दर्ज मामले का जिक्र किया था। शपथ पत्र में विधायक ने बताया कि उनके खिलाफ भागलपुर जिला के सबौर थाना में मामला दर्ज है। बाद में निगरानी ने इस केस की जांच का जिम्मा संभाल लिया था। इस कारण निगरानी ने सबौर में दर्ज मामले के आधार पर एक मामला दर्ज किया। विधायक के खिलाफ आइपीसी की धारा 409, 420, 467, 468, 471 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज है। यह मामला भागलपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम के न्यायालय में लंबित है। इस मामले में अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया है।
दिल्ली में पूर्व विधायक नीता चौधरी का हुआ था निधन : तारापुर विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी की पत्नी सह पूर्व विधायक नीता चौधरी की मौत दो जून, 2019 को दिल्ली में हुई थी। 27 मई, 2019 की देर रात विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी क्षेत्र में एक शादी समारोह से घर लौटे। उनके घर लौटते ही नीता चौधरी ने उनसे हाथ मुंह धो लेने को कहा और वह किचन में दूध गर्म करने चली गई। किचन में लाइटर जलाते ही गैस रिसाव के कारण आग लग गई। नीता चौधरी की चीखने की आवाज सुनते ही विधायक मेवालाल चौधरी भी किचन की तरफ दौड़ पड़े। आग बुझाने के प्रयास में विधायक के दोनों हाथ भी जल गए। अन्य लोगों के सहयोग से आग बुझाने के बाद पूर्व विधायक को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। पटना से एयर एंबुलेंस के सहारे पूर्व विधायक नीता चौधरी को दिल्ली ले जाया गया। दिल्ली के एक अस्पताल में दो जून, 2019 को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी पुण्यतिथि पर विधायक मेवालाल चौधरी प्रत्येक वर्ष क्षेत्र के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत करते हैं।