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Road accident : कजरैली में हुए सड़क हादसे में बांका के शिक्षक की मौत, ससुराल से घर जा रहे थे

भागलपुर के कजरैली के पास हुए सड़क हादसे में एक शिक्षक की मौत हो गई। वह बांका का रहने वाला था।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 08:20 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 08:20 AM (IST)
Road accident : कजरैली में हुए सड़क हादसे में बांका के शिक्षक की मौत, ससुराल से घर जा रहे थे
Road accident : कजरैली में हुए सड़क हादसे में बांका के शिक्षक की मौत, ससुराल से घर जा रहे थे

भागलपुर, जेएनएन। मंगलवार की सुबह एक सड़क दुर्घटना में एक शिक्षक की मौत हो गई। वह बांका का रहने वाला था। वे सोमवार की रात दो बजे अपने ससुराल से बाइक पर सवार होकर घर जा रहे थे। इसी दौरान भागलपुर-अमरपुर रोड पर लक्ष्‍मीनियां पुल के पास वह हादसे का शिकार हुआ। घटना का कारण अभी स्‍पष्‍ट नहीं है। यह घटना रात ढाई से तीन बजे के बीच की है। इस दौरान वहां कोई व्‍यक्ति नहीं था। हालांकि शव देखने से लग रहा है कि सिर में काफी चोट लग जाने से घटना स्‍थल पर ही उसकी मौत हो गई।

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परिचय पत्र के आधार पर मृतक की पहचान बांका जिले के अंबा निवासी मुकेश कुमार (45 वर्ष) के रूप में हुई। सूचना मिलने पर कजरैली थाना की पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के स्‍वजनों को दी। सूचना पाकर भागलपुर के जिला परिषद उपाध्यक्ष आरती कुमारी के पति प्रदीप यादव वहां पहुंचे। प्रदीप यादव ने बताया कि मृतक मुकेश कुमार उसका चचेरा बहनोई था।

उन्‍होंने कहा कि मुकेश रात में ही मधुसूदनपुर के किशनपुर गांव आए थे। वहां उनका ससुराल था। कुछ घंटे रुकने के बाद वे वहां से यह कहकर निकले कि कुछ जरुरी काम है, इसलिए घर जाना अनिवार्य है। सोमवार की रात दो बजे ससुराल से वे घर के लिए निकल गए। हालांकि ससुराल वालों ने उन्‍होंने रात में नहीं निकलने को कहा। परंतु वे नहीं माने।

घटना को देख ऐसा प्रतीत होता है कि मोटरसाइकिल की गति काफी तेज थी। हादसे के कारण का अभी पता नहीं चल सका है। अनुमान के अनुसार या तो बाइक असंतुलित हो गया या फ‍िर किसी वाहन से बाइक की टक्‍कर हो गई। कजरैली थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि शिक्षक का शव लक्ष्‍मीनियां पुल के समीप बीच सड़क पर पड़ा हुआ था। पुलिस को सुबह तीन बजे इसकी सूचना मिली। शव को पोस्‍टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया है।

मृतक के गले में निर्वाचन का एक कार्ड था। वे मध्य विद्यालय देसड़ा बांका में शिक्षक थे। हालांकि वर्तमान में उन्‍हें बांका निर्वाचन कार्यालय में चुनाव संबंधी कार्यों के लिए प्रतिनियुक्त किया गया था। मृतक के पिता स्‍व बाबूलाल राऊत बांका अदालत में पेशकार थे।


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