Move to Jagran APP

Banka News: यूरिया की किल्‍लत से जूझ रहे किसान, शिकायत के बाद भी विभाग डीलर पर नहीं कर रहा कार्रवाई

बांका के किसान यूरिया की किल्‍लत से जूझ रहे हैं। कृष‍ि विभाग के अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी वे डीलरों पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे किसानों में निराशा है। किसानों के अनुसार धान की...!

By Abhishek KumarEdited By: Published: Sun, 05 Sep 2021 04:46 PM (IST)Updated: Sun, 05 Sep 2021 04:46 PM (IST)
Banka News: यूरिया की किल्‍लत से जूझ रहे किसान, शिकायत के बाद भी विभाग डीलर पर नहीं कर रहा कार्रवाई
बांका के किसान यूरिया की किल्‍लत से जूझ रहे हैं।

संवाद सूत्र, बांका। जिले में यूरिया की कम आपूर्ति होने से किसानों को काफी समस्या का समाना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों यूरिया उपलब्ध नहीं होने से दुकानदारों ने किसानों से अधिक दाम वसूले। इसकी शिकायत विभाग को की गई, लेकिन इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कार्रवाई के नाम पर शंभुगंज प्रखंड में एक खाद विक्रेता को निलंबित किया गया। लेकिन इससे किसानों की समस्या कम नहीं हुई।

loksabha election banner

ज्ञात हो की इस बार सरकार द्वारा किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया खाद उपलब्ध हो इसके लिए शुरू से ही जिला स्तर पर टीम बनाकर निगरानी की जा रही है। यूरिया की कालाबाजारी की शिकायत पर उन्हें कार्रवाई करते हुए जेल भेजने का भी प्रविधान है। लेकिन किसानों की शिकायत करने के बाद भी विभाग द्वारा इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसमें विभाग के कुछ अधिकारियों द्वारा दुकानदारों से सांठगांठ का भी मामला चर्चा में हैं।

किसान पवन कुमार, मनोहर मिस्त्री, रोहित कुमार, रितेश कुमार सहित अन्य किसानों ने बताया कि खरीफ मौसम के सितंबर माह में किसानों को सबसे ज्यादा खाद की जरूरत होती है। लेकिन विभाग द्वारा इसकी सही मानिटरिंग नहीं होने से खाद विक्रेता खाद स्टाक में नहीं कह कर अधिक दाम वसूलते है। इस पर विभाग द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

जिले में 377 लाइसेंसी खाद विक्रेता

जिले में 377 लाइसेंसी खाद दुकान है। इसके अलावे बिस्कोमान से भी खाद की आपूर्ति की जाती है। जिले में खरीफ सीजन में 19 हजार 683 एमटी यूरिया की खपत होती है। इसमें 11 हजार 463 एमटी यूरिया जिले को आपूर्ति की गई है। अभी जिले में दो हजार 45 एमटी यूरिया खाद उपलब्ध है।

प्रखंड वार उपलब्ध यूरिया खाद एमटी में

दो सितंबर को सरकार द्वारा जिले में खाद आपूर्ति की गई है। इसमें अमरपुर प्रखंड में 157 एमटी, बांका में 166 एमटी, बाराहाट 72 एमटी, बेलहर 54 एमटी, बौंसी 67 एमटी, धोरैया 45 एमटी, चांदन नौ एमटी, फुल्लीडुमर 45 एमटी, कटोरिया 40 एमटी, रजौन 85 एमटी और शंभुगंज में 94 एमटी यूरिया खाद उपलब्ध है।

जानें किसानों की राय

- खरीफ मौसम में सबसे अधिक यूरिया खाद की आवश्यकता होती है। लेकिन विभाग द्वारा समय पर खाद उपलब्ध नहीं होने से किसानों को काफी परेशानी होती है।

गौतम सिंह, किसान

- सितंबर माह में सबसे अधिक यूरिया खाद की खपत होती है। किसान खेतों में खरपतवार का नियंत्रण के बाद अपने खेतों में यूरिया खाद का प्रयोग करते है। -इंद्रसेन कुमार, किसान

पिछले दो दिनों से बाजार में यूरिया उपलब्ध है। विभाग को खाद की आपूर्ति पर ध्यान देना चाहिए। खाद नहीं मिलने से किसानों के अरमानों पर पानी फिर सकता है। -संटु सिंह, किसान

सरकार को जिले में खाद की खपत के अनुसार आपूर्ति करनी चाहिए। समय पर खेतों में यूरिया का प्रयोग नहीं होने से फसल पर असर पड़ेगा। इससे उत्पादन भी प्रभावित हो सकती है। -रतन बैठा, किसान

जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। कभी किसी किसानों को खाद लेने में कोई परेशानी नहीं हुई है। शिकायत पर हमलोगों ने शंभुगंज में दो दुकानों को निलंबित किया था। सभी किसानों को सही कीमत पर खाद उपलब्ध हो रहा है। -विष्णुदेव कुमार रंजन, जिला कृषि पदाधिकारी बांका


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.