बांका न्यूज : नए साल में शिक्षकों कमी दूर करने के साथ डिजिटल पढ़ाई को मिलेगा बल
बांका में नए साल में स्मार्ट क्लास के बाद डिजिटल माध्यम से पढ़ाई का प्लेटफार्म तैयार होगा। साथ ही सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी दूर होगी। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। अभी बांका के कई सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है।
बांका [राहुल कुमार]। बिहार में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई अब भी लोगों का बड़ा सपना है। काफी प्रयासों के बाद भी सरकारी सिस्टम इसमें लगातार पिछड़ रहा है। नया साल ज्ञान का प्रकाश फैलाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा, इस दिशा में कई उठाए जा रहे कई कदमों की आहट अभी से सुनाई देने लगी है। शिक्षा में सबसे बड़ी बाधा दक्ष शिक्षकों की कमी है। सैकड़ों की संख्या में सरकारी विद्यालय एक और दो शिक्षकों के भरोसे बढ़ रहा है। यहां तक कि कई हाईस्कूल भी एक शिक्षक या बिना शिक्षक के ही चल रहा है। इस विकराल समस्या को दूर करने का प्रयास सरकारी स्तर से शुरू हो गया है।
सरकारी घोषणा के अनुरूप 2021 के जनवरी से ही जिला के सरकारी विद्यालयों को शिक्षक मिलना शुरु हो जाएगा। शिक्षक प्रशिक्षण के साथ पात्रता पास वाले ही बनेंगे। पंचायत नियोजन समिति से लेकर जिला परिषद की शिक्षक नियोजन समिति शिक्षक बहाली की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटी है।
दो हजार शिक्षकों की चल रही बहाली
शिक्षा विभाग जिला में करीब 18 सौ प्रारंभिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया को पिछले तीन साल से पूरा कर रही है। इसके लिए नियोजन समिति के पास एक लाख के करीब आवेदन जमा है। पात्रता पास और प्रशिक्षण डिग्री वालों को भी इसमें मौका मिलना है। नियोजन समिति मेधा सूची जारी कर चुका है। विभागीय पत्र के मुताबिक 15 जनवरी तक ही चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया जाना है। इसी तरह माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की भी बहाली प्रक्रिया लंबित है। इसमें आवेदक काफी कम है। एसटीईटी परीक्षा भी हुई है। इसका रिजल्ट आने के बाद फिर से उच्च कक्षा के लिए शिक्षकों की बहाली शुरू होगी।
डिजिटल पढ़ाई की संभावनाओं पर चल रही बात
2020 में शिक्षा के लिए सबसे दिन बनकर गुजरा है। इसके पहले वाले साल में बांका के स्मार्ट क्लास ने दुनिया भर में चर्चा पाई थी। लेकिन कोरोना के साल में बच्चे क्लास तक पहुंच ही नहीं पाए। ऐेसे में अब शिक्षा विभाग डिजिटल प्लेटमार्फ में तैयारी शुरु कर दी है। हो सकता है कि इस स्मार्ट क्लास को अब इंटरनेट मीडिया के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।
निश्चित रूप से 2020 का शिक्षा के लिए काफी बुरा रहा है। नए साल में हमलोग इसपर वापसी का प्रयास करेंगे। शिक्षक बहाली भी होनी है। कई स्कूलों को शिक्षक मिलेगा। इसके अलावा उत्क्रमित कर पंचायतों तक मैट्रिक के बाद इंटर की पढ़ाई शुरू की जानी है। इसके अलावा कोरोना जैसी स्थिति में छात्रों के नुकसान की भरपाई के लिए नया प्रयास शुरु हो रहा है। बच्चों को अधिक से अधिक डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़कर शिक्षा देने का प्रयास होगा।-निशिथ प्रणीत सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, शिक्षा विभाग।