सुपौल में विद्यालय प्रधानों पर हुई बड़ी कार्रवाई, 30 के वेतन पर लगी रोक
सुपौल में प्रतिवेदन समर्पित नहीं करने वाले 30 विद्यालय प्रधानों के वेतन पर रोक लगा दी है। शिक्षा विभाग ने यह बड़ी कार्रवाई की। केंद्र प्रायोजित योजना में राशि विमुक्त एवं उसका व्यय की प्रक्रिया का पुनर्निर्धारण के क्रियान्वयन का मामला है।
जागरण संवाददाता, छातापुर/सुपौल। क्रियान्वयन से संबंधित प्रतिवेदन समर्पित नहीं करना सुपौल जिले के 30 प्रधानों को महंगा पड़ा है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने छातापुर, राघोपुर तथा पिपरा के ऐसे 30 प्रधानों के वेतन को स्थगित करते हुए दो दिनों के अंदर प्रतिवेदन प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा है। जारी आदेश में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा है कि केंद्र प्रायोजित योजना में राशि विमुक्त एवं उसका व्यय की प्रक्रिया का पुनर्निर्धारण के क्रियान्वयन से संबंधित प्रतिवेदन प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया था, ताकि प्रखंड कार्यालय समेकित प्रतिवेदन जिला कार्यालय को उपलब्ध करा सके।
परंतु छातापुर, राघोपुर एवं पिपरा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि कुछ ऐसे प्रधान हैं जो अब तक प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं करा पाए हैं। ऐसे प्रधानों के वेतन पर रोक लगाते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 2 दिनों के अंदर राशि वापसी से संबंधित प्रतिवेदन प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा है। कहा है कि यदि ससमय आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो फिर यह समझा जाएगा कि उनके द्वारा उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना की जा रही है और फिर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिन 30 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाई है उसमें छातापुर के 8, पिपरा के 6 तथा राघोपुर के 16 प्रधान शामिल हैं।
बच्चों के बीच पाठ्य-पुस्तक का किया गया वितरण
छातापुर प्रखंड क्षेत्र में प्रगतिशील बाल विकास संस्थान के द्वारा कोचिंग सेंटर का शुभारंभ लक्षमीपुर खूंटी पंचायत के वार्ड संख्या तीन में किया गया। संस्थान के निदेशक सुरेश कुमार मेहता ने फीता काटकर उद्घाटन किया। निदेशक के द्वारा सेंटर की शिक्षिका सोनी कुमारी, सुशीला कुमारी एवं मनीषा कुमारी को नियुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस दौरान अतिथियों ने सेंटर परिसर में पौधे भी लगाए और पर्यावरण से प्रेम का संदेश दिया। शुभारंभ के मौके पर बस्ती के बच्चों के बीच निशुल्क पाठ्य सामग्री का वितरण भी किया गया। महादलित वर्ग के 120 बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिया जाएगा। मौके पर ब्रह्मदेव सरदार, प्रखंड समन्वयक सुशील कुमार सुमन, सुलेखा कुमारी, विनय कुमार, उमेश कुमार यादव, शंकर कुमार यादव, अभिनंदन यादव, गिरानंद यादव, सुधू यादव, संतोष कुमार यादव, कुशुमलाल राम, रामनारायण राम, फूलचंद राम, रमेश कुमार आदि मौजूद थे।