बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष सह भागलपुर के नामचीन अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय की हत्या
भागलपुर में जाने माने अधिवक्ता सह बिहार बार काउंसिल के अध्यक्ष कामेश्वर पांडेय की हत्या अपराधियों ने कर दी। इस घटना से पूरा शहर स्तब्ध है। एसएसपी आशीष भारती वहां पहुंच गए हैं।
भागलपुर, जेएनएन। बिहार बार काउंसिल के को-चेयरमेन वरीय अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय की गुरुवार रात हत्या कर दी गई। उनकी नौकरानी रेणु को भी हत्यारों ने मार डाला। नौकरानी बांका जिले के बौंसी इलाके के कैरी गांव की रहने वाली थी। हत्या को तब अंजाम दिया गया जब वह सैंडिस कंपाउंड के पास नवाबबाग कॉलोनी स्थित अपने निजी अवास में सोए हुए थे। शुक्रवार की सबेरे तकरीबन नौ बजे उन्हें कोर्ट ले जाने के लिए पहुंचे उनके चालक पंकज कुमार ने घटना की जानकारी उनके भतीजे अभिजीत पांडेय समेत अन्य को दी।
घटनास्थल पर डीआइजी, एसएसपी, सिटी एसपी, डीएसपी समेत फारेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड भी मुआयना को पहुंच गए। देखते ही देखते भारी भीड़ पांडेय निवास पहुंच गई। बिस्तर पर उनका शव पाया गया। ललाट पर जख्म के निशान मिले हैं। पुलिस कमरे में खून के धब्बे के सहारे मकान के निचले तल पर पहुंची। वहां रखे एक ड्रम में नौकरानी का शव हत्यारों ने छिपा दिया था। हत्या को अंजाम देने के बाद हत्यारों ने इत्मिनान से उनके गैराज में रखी सियाज कार भी ले भागे।
पुलिस ने मुआयना के क्रम में पाया कि घर के तीन कमरों में मौजूद चार अलमारी के लॉक टूटे पड़े हैं। परिजन इस बात की आशंका जाहिर किये हैं कि घर में 10-15 लाख रुपये से अधिक नकदी और जेवरात भी होंगे जिन्हें हत्यारे अपने साथ ले गए होंगे। मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने कमरे के निचले तल पर मौजूद भीखनपुर निवासी किराएदार गोपाल रजक उर्फ गोपाल भारती के कमरे की तलाशी ली जिसमें खून लगे कपड़े बरामद किया गया है।
अधिवक्ता के स्वजन ने आरंभ में पुलिस को यह जानकारी दी थी कि गोपाल वकील साहब से अक्सर झगड़ा कर लेता था। उसके व्यवहार से वकील साहब खिन्न हो मार्च तक खाली कर देने की बात कही थी।
फारेंसिक टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने और फिंगर प्रिंट्स लिए
फारेंसिक जांच टीम ने मौके से खून के नमूने और फिंगर प्रिंट्स के नमूने लिए हैं। पुलिस की प्रारंभिक तफ्तीश में हत्यारे के रूप में सामने आ रहे गोपाल के साथ तीन-चार अन्य बदमाशों के होने की आशंका कर रही है। क्योंकि दो हत्याओं के बाद कमरों से नकदी, कीमती सामानों की तलाश में आलमारी का लॉक तोडऩा डकैती की ओर भी इशारा कर रहा है। हत्यारों ने उनके दिव्यांग दत्तक पुत्र को नुकसान नहीं पहुंचाया है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि बेड पर सोए हालत में पहले अधिवक्ता की हत्या की गई होगी फिर नौकरानी के विरोध करने या पहचान जाने पर उसे मार डाला गया होगा। पुलिस गोपाल की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने शुक्रवार की सुबह नौ बजे सियाज गाड़ी को तेजी से जाते कचहरी चौक पर देखने की बात सिटी एसपी से कही। उसकी सीसी फुटेज भी देखी गई है। पुलिस पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अधिवक्ता और उनकी नौकरानी की हत्या मामले में एसआइटी का गठन कर दिया गया है। अलग अलग अफसरों को अलग अलग बिंदुओं पर जांच के लिए लगा दिया गया है। एसएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम से भी जांच कराई गयी है। - आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर
घटना की तीखी निंदा
हत्या को लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमेन मनन कुमार मिश्रा ने तीखी निंदा करते हुए हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है। श्री मिश्रा ने कहा है कि वह इस घटना से खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। पांडेय एक मजबूत स्तंभ थे। बिहार बार काउंसिल के सदस्य प्रेमनाथ ओझा, जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष अभयकांत झा, महासचिव संजय कुमार मोदी, डॉ. जेता सिंह, भाजपा नेता बंटी यादव समेत अन्य नेताओं ने घटना की तीखी निंदा की है। उनके निधन पर नवगछिया, बांका, कहलगांव, तारापुर समेत आसपास के विधिज्ञ संघों के अधिवक्ताओं में शोक की लहर है। अधिवक्ताओं ने खुद को न्यायिक कार्य को आज अलग कर लिया है।
यहां बता दें कि कामेश्वर पांडेय का पैतृक घर नवगछिया अनुमंडल के तीनटंगा गांव में है। वे भागलपुर अदालत में क्रिमिनल लॉयर थे। इस हत्या के बाद उनके पैतृक गांव मे भी शोक का माहौल है। इस घटना की सूचना से गांव के लोगों मे भी रोष है। जानकारी के अनुसार गांव के बुद्धिजीवी और परिजन भी भागलपुर के लिए निकल चुके हैं।