दारोगा आशीष हत्याकांड : एसटीएफ ने दिनेश मुनि गिरोह के कुख्यात अशोक मंडल को दबोचा
12 जनवरी 2018 को नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत नारायणपुर दुधेला दियारा के मोजमा बहियार में पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए थे।
भागलपुर [जेएनएन]। एक साल पहले बिहपुर के बैकठपुर दुधैला गंगा दियारा में दिनेश मुनि गैंग से मुठभेड़ में शहीद हुए खगडिय़ा के दारोगा आशीष कुमार सिंह का हत्यारा अशोक मंडल दबोचा गया। स्पेशल टास्क फोर्स ने अशोक को भागलपुर से गिरफ्तार किया है। नवगछिया-खगडिय़ाकी सीमा पर दिनेश मुनि गिरोह के जमावड़े की सूचना पर पसराहा थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह छापेमारी करने गए थे, जहां आशीष पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई गई थी। आशीष अपनी जाबांजी दिखाते हुए मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए थे। आशीष की शहादत के बाद सहरसा निवासी उनके परिजन लंबे समय से हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। हत्याकांड की प्राथमिकी बिहपुर थाने में दर्ज हुई थी, जिसमें मुख्य अभियुक्त दिनेश मुनि को बनाया गया था। नवगछिया एसपी निधि रानी ने अशोक मंडल की गिरफ्तारी की पुष्टि की और कहा कि उससे पूछताछ चल रही है। अशोक बिहपुर थाना क्षेत्र के बैकठपुर दुधैला का निवासी है।
भागलपुर में छिपे होने की सूचना पर आइजी के निर्देश पर छापेमारी
रविवार को एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दिनेश मुनि गिरोह के सदस्य भागलपुर के नाथनगर इलाके में जमा हैं। एसटीएफ के आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े के निर्देश पर एसटीएफ एसपी रंजीत मिश्रा के नेतृत्व में टीम गठित कर तत्काल छापेमारी के लिए भेजा गया। एसओजी वन की टीम ने नाथनगर इलाके में घेराबंदी कर राघोपुर से अशोक मंडल को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधी अशोक मंडल दिनेश मुनि के साथ मिलकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता था। गिरोह का सरगना खगडिय़ा जिले के तेहाय गांव निवासी दिनेश मुनि अभी भी फरार है, जिसकी तलाश एसटीएफ कर रही है। दिनेश मुनि के एक खास सहयोगी मिथुन दास को पुलिस ने बीते वर्ष नवंबर में तेहाय गांव से गिरफ्तार किया था।
मुठभेड़ में नारायणपुर का एक अपराधी भी हुआ था ढेर
12 अक्टूबर 2018 की रात दिनेश मुनि गिरोह के जमावड़े की सूचना पर आशीष कुमार सिंह थाना में उपलब्ध पुलिस बल को लेकर गंगा दियारा में ऑपरेशन के लिए चले गए थे। उसी समय अपराधियों द्वारा की गई फायरिंग में दारोगा वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इससे पहले मुठभेड़ में आशीष ने दिनेश मुनि गिरोह के एक अपराधी नारायणपुर प्रखंड के चौहद्दी निवासी श्रवण यादव को मार गिराया था।
आशीष कुमार सिंह मूल रूप से सहरसा जिला के रहने वाले थे। उनकी शहादत को लेकर काफी हंगामा भी मचा था। खगडिय़ा की एसपी से परिजन ने नाराजगी भी जताई थी। आशीष कुमार सिंह वर्ष 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। वह सहरसा जिले के सरोजा निवासी थानेदार गोपाल सिंह के पुत्र थे। आशीष कुमार सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका ननिहाल खगडिय़ा जिले के चौथम थाना क्षेत्र के लालपुर में है। खगडिय़ा जिले के पसराहा थानाध्यक्ष के रूप में आशीष कुमार सिंह ने चार सितंबर 2017 को योगदान दिया था।
कैसे हुई थी घटना
12 जनवरी 2018 को नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत नारायणपुर दुधेला दियारा के मोजमा बहियार में पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस घटना में खगड़िया जिले के पसराहा थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह शहीद हो गए थे। वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस ने भी एक डकैत को भी मार गिराया था। डकैत दिनेश मुनि गिरोह का था। मुठभेड़ में एक सिपाही दुर्गेश यादव को भी गोली लगी थी। दुर्गेश विजयपुर जिला मधुबनी का निवासी है।
घटना की सूचना मिलते ही खगड़िया एसपी मीनू कुमारी और नवगछिया एसपी निधि रानी दलबल के साथ व़हां पर पहुंचीं थीं। खगड़िया एसपी ने कहा ने मारे गए डकैत का शव बरामद करने की पुष्टि की थी। मारा गया डकैत नवगछिया नारायणपुर प्रखंड के भवानीपुर ओपी अंतर्गत चौहद्दी गांव का श्रवण यादव था। एक और डकैत के घायल होने की सूचना थी।
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