अररिया-सुपौल नई बड़ी रेल लाइन को ले जल्द शुरू होगा भू-अधिग्रहण
लाइन को ले बैठक की तथा इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सुपौल। बिहार सरकार के उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव शनिवार को समाहरणालय पहुंचे जहां उन्होंने जिलाधिकारी के वेश्म में जिला प्रशासन के अधिकारी एवं रेलवे के अधिकारियों के साथ अररिया-सुपौल के बीच नई रेल बड़ी लाइन को ले बैठक की तथा इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि किसी भी कार्य को करने से पहले उस जगह के भूगोल को जानना जरूरी है। तकनीक का जमाना है और इसे भी साथ-साथ लेकर चलना ही होगा। अररिया-सुपौल नई रेल लाइन के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके बन जाने के बाद अररिया और सुपौल जिले के लोग लाभान्वित होंगे और लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी। सुपौल जिले में इस रेलखंड के लिए 360.404 एकड़ जमीन की आवश्यकता को ले उन्होंने जिला प्रशासन को भू-अर्जन की दिशा में शीघ्र पहल करने को को कहा। उक्त परियोजना में कुल 1751.432 एकड़ भूखंड की जरूरत होगी। परियोजना की प्रारंभिक प्राक्कलित लागत 306.41 करोड़ है। विस्तृत प्राक्कलन के अनुसार परियोजना की कुल लागत 1605.71 करोड़ होगी। लाइन की कुल लंबाई 95.556 किलोमीटर है। जिसमें कुल 08 क्रा¨सग स्टेशन व 06 हॉल्ट होंगे। बैठक में जिलाधिकारी बैद्यनाथ यादव द्वारा आश्वस्त किया गया उनके स्तर से भू-अर्जन की दिशा में कार्रवाई जल्द शुरू कर दी जाएगी और एक महीने में कार्य गति पकड़ लेगी। अपर समाहर्ता अखिलेश कुमार झा ने मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके पास नक्शा उपलब्ध है और कार्य में कोई परेशानी नहीं आएगी। जिलाधिकारी ने रेलवे के चीफ इंजीनियर आशुतोष मिश्रा से इस नई रेलखंड को ले फोटोग्राफी व नक्शा ड्रोन कैमरे के माध्यम से उपलब्ध कराने का आग्रह किया। चीफ इंजीनियर द्वारा आश्वस्त किया गया कि ड्रोन कैमरे से फोटोग्राफी व नक्शा उपलब्ध करवा देंगे।