18 माह से गरीब-असहायों को नई जिंदगी दे रही अन्नपूर्णा
18 महीने से शहर में चल रही अन्नपूर्णा भोजन सेवा योजना से गरीब असहाय निर्धन लोगों को नई जिंदगी मिल रही है।
भागलपुर। 18 महीने से शहर में चल रही अन्नपूर्णा भोजन सेवा योजना से गरीब, असहाय, निर्धन लोगों को नई जिंदगी मिल रही है। लायंस क्लब ऑफ भागलपुर गोल्ड की ओर से कुपोषण के खिलाफ छेड़े गए जंग का परिणाम भी धरातल पर दिख रहा है। सप्ताह में दो दिन कचहरी चौक और स्टेशन चौक पर स्टॉल लगाकर 700 लोगों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन परोस कर कुपोषण खत्म करने में भरपूर योगदान दे रहा है। लोगों को 400 ग्राम भोजन दिया जाता है। पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेड मिले इसका भरपूर ध्यान रखा जा रहा है। भोजन करने वाले लोगों को यह न लगे कि उन्होंने मुफ्त में भोजन किया है। इसके लिए सेवा शुल्क के नाम पर पांच रुपये लिए जाते हैं। इस नेक कार्य के लिए राज्य और इंटरनेशनल क्लब की ओर से तत्कालीन अध्यक्ष गोपाल खेत्रीवाल को सम्मानित भी किया गया है।
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कमजोर तबके के लोग हो रहे लाभान्वित
अन्नपूर्णा योजना सेवा के संयोजक गोपाल खेत्रीवाल का कहना है कि इस योजना से मुख्य रूप से श्रमिक, रिक्शा और ठेला चालक, भीख मांगने वाले, कामकाजी महिलाएं, बुजुर्ग और अन्य असहाय लाभान्वित हो रहे हैं। हर मंगलवार और शुक्रवार को स्टॉल लगाकर इन्हें पौष्टिक आहार मुहैया कराया जाता है। अन्नपूर्णा योजना में लोगों को भरपेट पौष्टिक भरा भोजन दिया जाता है। चावल, चने की दाल, मिक्स सब्जी, बेसन और मूंग का हलवा दिया जाता है।
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घर महिलाएं तैयार करती हैं भोजन
शुद्ध भोजन बनाने का काम क्लब की महिलाएं और पुरुष करते हैं। स्वच्छ वातावरण में भोजन बनाया जाता है। अन्नपूर्णा भोजन का वितरण क्लब के सदस्य ही करते हैं। अध्यक्ष ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के मापदंड़ों के अनुसार तैयार किया जाता है। इसकी गुणवत्ता की जाच लैब से कोई भी करवा सकता है।
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एक रुपये में रोटी वैन से ग्रामीण इलाकों में भोजन
अभी योजना को वृहद रूप देने की कवायद शुरू कर दी गई है। क्लब की ओर से रोटी वैन की शुरुआत हुई है। रोटी वैन महीने में एक दिन ग्रामीण इलाकों में जाकर वहां लोगों को भोजन कराती है। रोटी वैन की शुरुआत दिसंबर के दूसरे सप्ताह में हुई। अभी एक ही वैन पहुंची है। संयोजक ने बताया कि रोटी वैन से पहले चरण में जगदीशपुर प्रखंड में लोगों को रोटी वैन से भोजन उपलब्ध कराया गया।