कोरोना के बाद अब बरसात की मार झेल रहे यहां के खिलाड़ी, हर साल तीन महीन नहीं कर पाते हैं अभ्यास
मधेपुरा शहर के मुख्य खेल के मैदान होने के कारण युवा व खिलाड़ी यहां अभ्यास करने आते हैं। लेकिन स्टेडियम गहरा होने के कारण हल्की बारिश के बाद ही पानी भर जाता है। स्टेडियम में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से काफी परेशानी होती है।
मधेपुरा, जेएनएन। जिला मुख्यालय स्थित बीएन मंडल स्टेडियम में लगातार हुई बारिश के बाद पानी भर गया है। ऐसे में खिलाडिय़ों व कई प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के मुख्य खेल के मैदान होने के कारण युवा व खिलाड़ी यहां अभ्यास करने आते हैं। लेकिन स्टेडियम गहरा होने के कारण हल्की बारिश के बाद ही पानी भर जाता है। स्टेडियम में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं रहने से काफी परेशानी होती है।
प्रतिदिन सुबह में मॉर्निंग वॉक करने आते लोगों के साथ-साथ क्रिकेट एवं फुटबॉल खिलाडिय़ों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां राज्य व उच्च स्तरीय दौड़ प्रतियोगिता की तैयारी के लिए काफी संख्या में युवा आते हैं। लेकिन स्टेडियम में पानी भरे रहने के कारण कई दिनों तक अभ्यास से वंचित रह जाते हैं। वर्तमान स्थिति यह है कि पूरा स्टेडियम तालाब में तब्दील हो चुका है। लेकिन खिलाडिय़ों व युवाओं को हो रही परेशानी के बाद भी अब तक विभाग के द्वारा इस समस्या के निदान के लिए कोई पहल नहीं किया गया है।
अधिकारी व जनप्रतिनिधि आते हैं यहां घूमने
हल्की बारिश के बाद ही तालाब में तब्दील होने वाले इस स्टेडियम में मॉर्निंग वॉक करने शहर के अधिकारी व जनप्रतिनिधि प्रतिदिन आते हैं। लेकिन जलजमाव की इस समस्या का दूर करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों से बचते आ रहे हैं। यही कारण है कि खिलाडिय़ों एवं विभिन्न खेल संघों के कई बार आवेदन दिए जाने के बाद भी अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बताते चलें कि स्टेडिय में कई बार विभिन्न प्रकार के मेले का आयोजन के समय खिलाडिय़ों के विरोध करने के बाद जल्द मिट्टी भराई का आश्वासन दिया गया था। लेकिन कोई पहल नहीं किए जाने से बरसात के आते ही अभ्यास बंद हो जाता है। इससे खिलाडिय़ों में आक्रोश पनप रहा है।
शहर का एकमात्र स्टेडियम होने के कारण यहां काफी संख्या में खिलाड़ी अभ्यास करने के लिए आते हैं। लेकिन स्टेडियम में पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं रहने से काफी परेशानी होती है। कई बार विभागीय अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया गया है। लेकिन अब तक सिवाए आश्वासनों के कोई ठोस पहल नहीं किया गया है।
अमित कुमार आनंद, सचिव, जिला क्रिकेट संघ
हल्की बारिश होने के बाद ही पूरा स्टेडियम तालाब में तब्दील हो जाता है। बरसात के मौसम में अभ्यास करने में काफी परेशानी होती है। मैदान में पानी लगे रहने से तीन से चार माह अभ्यास बंद रहता है। इससे खिलाडिय़ों के प्रदर्शन पर असर पड़ता है।
गौरीशंकर कुमार, कप्तान, हेमन क्रिकेट टीम, मधेपुरा
बारिश के कारण इस समय पूरा स्टेडियम तालाब में तब्दील हो चुका है। इससे अभ्यास करने में काफी कठिनाई आ रही है। चोटिल होने के डर से अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। पानी निकासी की व्यवस्था करने से इस समस्या से निजात मिल सकती है।
अमरदीप आर्या, खिलाड़ी
बरसात के मौसम में तीन-चार माह तक अभ्यास से दूर रहना पड़ता है। हल्की बारिश के बाद भी चार-पांच दिनों तक मैदान पर पानी रहता है। इससे परेशानी होती है। मिट्टी भराने के बाद इस समस्या का सामाधान हो पाएगा।
शिवांक आरव, खिलाड़ी