भागलपुर: तेज रफ्तार गाडि़यों से धूम मचाने वालों की खैर नहीं, शहर में लगाए जाएंगे लेजर स्पीड कैमरे
भागलपुर में तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर अब कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए शहर में लेजर स्पीड कैमरे लगाए जाएंगे। यह कैमरा एक किमी दूर से ही गाड़ियों की गति सीमा का पता लगा सकता है। इससे तुरंत...
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बढ़ते हादसों को कम करने और वाहनों को फर्राटा दौड़ाने वालो को हद में रखने के लिए महानगरों की तर्ज पर भागलपुर की यातायात पुलिस ने कमर कस ली है। फर्राटा भर रहे वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए बहुत जल्द रेशम नगरी के प्रमुख मार्गों पर लेजर स्पीड कैमरा लगाया जाएगा। यातायात पुलिस को फिलहाल दो ऐसे कैमरे मिल गए हैं।
एक शहर के मुख्य मार्ग में दूसरा बाइपास में लगाया जाना है। बहुत जल्द ही शहर में प्रवेश के सभी प्रमुख मार्ग में लेजर स्पीड कैमरे लगाए जाएंगे। 40 से अधिक रफ्तार से अगर किसी वाहन ने फर्राटा भरा तो उसका लेजर स्पीड रडार कैमरे से आटोमैटिक चालान हो जाएगा। शुरुआती दौर में उस कैमरे से होने वाले चालान को यातायात पुलिस वाहन मालिक के घर भेजेगी। सारे कैमरे लग जाने के बाद चालान होने के कुछ देर बाद ही वाहन स्वामी के मोबाइल पर ओवर स्पीड के कारण किए गए चालान का मैसेज भी जाने लगेगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल नए साल से शहर के मुख्य मार्ग और हाइ-वे पर यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके लिए डेमो भी सफलतापूर्वक शुक्रवार को पूरा कर लिया गया है। यातायात निरीक्षक राजकिशोर सिंह और यातायात प्रभारी ब्रजेश कुमार यातायात पुलिस की मौजूदगी में लेजर स्पीड राडार कैमरे से वाहनों की स्पीड का जायजा लिया। जल्द ही भागलपुर को छह अत्याधुनिक कैमरे मिल जाएंगे।
इन रूटों पर भरी रफ्तार तो कटेगा चालान
जीरोमाइल-तिलकामांझी मार्ग, तिलकामांझी घंटाघर मार्ग, तिलकामांझी-आदमपुर मार्ग, तिलकामांझी-बरारी मार्ग, कचहरी चौक-भोलानाथपुल मार्ग
दो किमी दूरी है अधिकतम मापने की क्षमता
फर्राटा भरने वाले वाहनों पर पैनी नजर रखने के लिए लेजर स्पीड रडार कैमरे नए साल से काम करना शुरू कर देगा। यह कैमरा करीब एक किलोमीटर तक तेज रफ्तार वाले वाहनों को भांप लेगा जबकि कैमरे की मापने की अधिकतम क्षमता दो किलोमीटर से ढाई किलोमीटर तक की है।
कैमरे की स्पीड रेंज की अधिकतम सीमा 320 की है जो 22 सेकेंड में गति नापने की क्षमता रखती है। सामने से आ रहे वाहनों की लेजर के माध्यम से स्पीड ट्रेस करने के साथ ही उसका नंबर भी देख लेंगे। स्पीड ट्रेस होते ही कैमरे को नियंत्रित करने वाले पुलिसकर्मी गाड़ी नंबर के आधार पर कंट्रोल चालान कर देंगे। बहुत जल्द जब अधिक कैमरे लगाने की कवायद पूरी कर ली जाएगी तो ऐसे कैमरे का बाकायदा नियंत्रण कक्ष भी बनेगा जहां बैेठे पुलिसकर्मी चालान काटेंगे। एक कैमरे की कीमत नौ लाख बताई गई है।
40 की गति सीमा से अधिक रफ्तार में वाहन चलाने वालों के खिलाफ लेजर स्पीड कैमरे के आंकलन पर वाहन मालिकों से जुर्माना वसूला जाएगा। महानगरों की तर्ज पर शीघ्र ही अत्याधुनिक उपकरणों से यातायात पुलिस लैस होने वाली है। -ब्रजेश कुमार, यातायात प्रभारी, भागलपुर।