सनोखर में अभ्यानन्द अभिषेक बोले- आदिकाल से चली आ रही है महायज्ञ की परंपरा
भागलपुर के सनोखर में श्री महाविष्णु यज्ञ चल रहा है। यज्ञ स्थल पर बनारस की तर्ज पर भव्य महाआरती भी की गई। राधे-राधे के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। देर रात तक मेला जमा रहा। इसमें बड़ी संख्या में आसपास के गांव से लोग पहुंच रहे हैं।
संवाद सूत्र, कहलगांव। सनोखर के नारायणवाटी में चल रहे नौ दिवसीय नौ कुंडीय श्री महाविष्णु यज्ञ शनिवार को दोपहर बाद पूर्णाहुति पूजन के साथ सम्पन्न हो गया। महायज्ञ के अंतिम दिन इलाके के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी। महायज्ञ के हवनकुंड पर तैयार महाप्रसाद का वितरण किया गया। भंडारा का भी आयोजन किया गया। बनारस की तर्ज पर भव्य महाआरती भी की गई। राधे-राधे के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था। देर रात तक मेला जमा रहा।
इस अवसर पर कथा वाचक अभ्यानन्द अभिषेक शास्त्री ने महायज्ञ की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आदिकाल से महायज्ञ की परंपरा रही है। जहां-जहां यज्ञ का धुआं पहुंचता है, वातावरण शुद्ध हो जाता है। आपसी कटुता मिटती है। एकजुट हो सभी यज्ञ की सफलता में लगे रहते हैं। जाति धर्म का भेद मिट जाता है। भक्ति का माहौल छाया रहता है। इस अवसर पर नयन तिवारी, त्रिभुवन झा आदि ने भी अपने विचार रखे। यज्ञ में आसपास के गांव से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। वहीं, यज्ञ स्थल पर कोरोना गाइडलाइन का भी पालन कराया जा रहा है। लोगों से मास्क पहन कर आने की अपील की जा रही है।
बहतरा में सत्संग का किया गया है आयोजन
संवाद सूत्र, खरीक। प्रखंड के बहतरा हाईस्कूल के मैदान पर सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग में मुख्य प्रवचनकर्ता के रूप में राष्ट्रीय संत असंग साहेब जी महाराज का आगमन हुआ। सत्संग सुनने दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे थे। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने लोगों से राष्ट्रीय संत असंग साहेब जी के प्रवचन को अपने जीवन में उतारने की अपील की। पूर्व सांसद ने राष्ट्रीय संत का मंच पर सम्मान भी किया। इस मौके पर जिप प्रतिनिधि गगन चौधरी और जिप आलोक राज उपस्थित थे। आयोजन के संचालन में बहतरा गांव के सभी ग्रामीणों की भागीदारी थी।