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भागलपुर प्रधान डाकघर का आधार सेंटर ब्लैक लिस्टेड, ग्राहक के फर्जीवाड़े को नजरअंदाज करना पड़ा महंगा

भागलपुर प्रधान डाकघर में आधार बनवाने के लिए ग्राहक के फर्जीवाड़े को नजरअंदाज करना पड़ा महंगा। इस कारण यहां के केंद्र को काली सूची में डाल दिया गया है। परीक्षा में दो डाककर्मी रहे असफल पास होने पर ही आधार केंद्र खोलने को मिलेगी स्वीकृति।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 07:34 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 07:34 AM (IST)
भागलपुर प्रधान डाकघर का आधार सेंटर ब्लैक लिस्टेड, ग्राहक के फर्जीवाड़े को नजरअंदाज करना पड़ा महंगा
भागलपुर में आधार कार्ड निर्माण में अनियमितता।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। प्रधान डाकघर के आधार केंद्र को ब्लैक लिस्टेड (काली सूची में नाम डाल दिया है) कर दिया गया है। इसके कारण कई दिनों से आधार केंद बंद है। अब सिर्फ सिटी डाकघर और चंपानगर स्थित डाकघर में संचालित केंद्र में ही नया आधारकार्ड बनाने और गड़बड़ी के सुधार का काम हो रहा है। प्रधान डाकघर का केंद्र बंद होने से जरूरतमंद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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एक ही परिसर में डाकघर और बीएसएनएल का कार्यालय है। बीएसएनएल कार्यालय में भी आधार केंद्र खोला गया था, लेकिन वह भी दो साल से बंद है। बीएसएनएल के महाप्रबंधक महेश कुमार ने दिसंबर 2021 में केंद्र को चालू करने का दावा किया था पर अबतक चालू नहीं किया जा सका है। इधर, आधार केंद्र में प्रतिनियुक्त डाककर्मी द्वारा ग्राहक के फर्जी डाक्यूमेंट को सिस्टम में डालना डाक विभाग को महंगा पड़ गया। जांच में मामला सामने आने पर यूनिक आइडिफिकेशन डिपार्टमेंट (यूआइडी), रांची ने कार्रवाई करते हुए प्रधान डाकघर के आधार केंद्र को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। इसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। आधारकार्ड बनवाने या गड़बड़ी की सुधार के लिए सिटी डाकघर या चंपानगर स्थित डाकघर जाना पड़ता है। अब प्रधान डाकघर के केंद को चालू करने के लिए डाककर्मी को परीक्षा में सम्मिलित होना पड़ेगा।

डाक विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यूआइडी की परीक्षा में दो कर्मियों को सम्मिलित भी कराया गया था, लेकिन दोनों कर्मी असफल हो गए। अब दोबारा परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा। परीक्षा में पास होने पर ही इस केंद को यहां पुन: चालू किया जा सकता है। प्रतिदिन 150-200 लोग प्रधान डाकघर आधार बनवाने और सुधार करने के लिए आते थे। इसके बंद होने से दो माह से राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।

ब्लैक लिस्टेड करने के पीछे आधार बनवाने के लिए किसी ग्राहक का फर्जी कागजात सिस्टम में लोड करना बताया जा रहा है। दोबारा परीक्षा में बैठने वाले कर्मी का नाम प्रधान डाकघर के डाकपाल को भेजना है। पास होने पर ही यूआइडी से आधार केंद्र खोलने की मंजूरी मिल सकती है। -राम परीखा प्रसाद, डाक अधीक्षक, भागलपुर प्रमंडल।


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