अररिया: दाखिल-खारिज की धीमी रफ्तार से लोगों को हो रही परेशानी, रानीगंज में 8500 आवेदन लंबित
दाखिल-खारिज कराने में अब भी लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आनलानइन कामकाज शुरू होने के बाद भी लोग प्रखंड कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। अररिया के रानीगंज प्रखंड कार्यालय की बात करें तो यहां पर...
संसू, रानीगंज(अररिया)। रानीगंज अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज की धीमी रफ्तार के कारण लोगों को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। वर्ष 2021- 22 में 33563 लोगों ने दाखिल खारिज के लिए आवेदन किया। जिसमें 11652 आवेदन को स्वीकृत कर दाखिल खारिज किया गया लेकिन 13375 आवेदन में जमीनी विवाद व अन्य कारण को लेकर अस्वीकृत किया गया है। 8536 आवेदन आज भी लंबित है।
वर्ष 2021- 22 में 8536 आवेदन है अंचल कार्यालय में लंबित, 13375 आवेदन किया गया है अस्वीकृत, रानीगंज व बौसी थाना में अधिकांश मामले भूमि विवाद से जुड़े मिलते हैं।
रानीगंज प्रखंड क्षेत्र के रानीगंज थाना व बौसी थाना में अधिकांश मामले भूमि विवाद से जुड़े रहते है। हाल के दिनों में भरगामा थाना क्षेत्र में भूमि विवाद को लेकर दो लोगों की हत्या हो गई थी। वहीं जमीनी विवाद को सुलझाने के लिए थाना स्तर पर प्रत्येक शनिवार को जनता दरबार का आयोजन किया जाता है। लेकिन अंचल कार्यालय में दाखिल खारिज जल्द नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जबकि ऑनलाइन आवेदन करने के एक माह के भीतर दाखिल खारिज किया जाना है। ऑनलाइन आवेदन को राजस्व कर्मचारियों के द्वारा जमीन का स्थल जांच कर रिपोर्ट देने के बाद सीआई व सीओ के द्वारा आवेदन की स्वीकृति के बाद दाखिल खारिज किया जाता है। वहीं सीओ मनोज कुमार वर्णवाल ने बताया कि ऑनलाइन सिस्टम के कारण दाखिल खारिज करने में समस्या हो रही है।
कभी लिंक फेल हो जाता है तो कभी डोंगल काम नहीं करता है। रानीगंज अंचल कार्यालय के अंतर्गत 32 पंचायत है जिसमे 09 हल्का है। और सिर्फ 05 कर्मचारी ही है। इसलिए भी दाखिल खारिज का कार्य प्रभावित हो जाता है। फिर भी रानीगंज में 76 प्रतिशत डिस्पोजल हुआ है। भूमि सर्वे के कारण लोग एक ही आवेदन को दो से तीन बार आनलाइन कर दिए हैं। जिसके कारण आवेदन ज्यादा अस्वीकृत हो रहे हैं। लेकिन जल्द से जल्द सभी आवेदनों का निपटारा किया जाएगा।