500 बीपीएल परिवारों को मिलेगा अनुदानित दर पर चूजा, जानिए... आप कैसे ले सकते हैं लाभ
बांका में मुर्गी पालन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन विभाग ने यहां के बीपीएल परिवारों को चूजा उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। चूजा अनुदानित दर पर मिलेगी।
बांका, जेएनएन। जिले के 500 बीपीएल परिवारों को अनुदान पर पशुपालन विभाग की राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना का लाभ युवाओं को दिया जाएगा। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति के लोगों को अनुदानित दर पर प्रति परिवार 45 चूजा दिए जाएंगे।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. सुनील कुमार वर्मा ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सभी प्रखंडों के पशु चिकित्सा पदाधिकारी को अपने-अपने प्रखंडों से बीपीएल परिवारों की सूची मांगी गई थी। इसके बाद लाभुकों की सूची तैयार की गई है। मुर्गी पालन के लिए पिंजड़ा व वाटर फीडर किसानों को मुफ्त में दिया जाना है। इसके बाद विभाग द्वारा उसे उसके खाते में रुपये भेजा जाएगा। इसके बाद ही लाभुकों को चूजा दिया जाएगा। ताकि चूजों को सुरक्षित पिंजड़ा में रखा जा सके। इस तरह से चूजों को बिल्ली या कुत्ता मारकर नहीं खाएगा । उनकी सुरक्षा हो सकेगी। चूजों को पानी पिलाने के लिए फीडर भी दिया जाएगा।
महीने में पांच हजार रुपये तक का मिलेगा रोजगार
अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों को 10 रुपये की दर से 45 चूजा दिया जाना है। हर चूजा तीन माह बाद बड़ी मुर्गी बन हर रोज एक अंडा देने की स्थिति में होगी। अगर चार रुपये के हिसाब से एक अंडे की रेट तय करें और 45 में से 40 मुर्गी ही यदि अंडा देती है तो हर रोज 40 अंडा का उत्पादन किया जाएगा। जिसकी बाजार कीमत 160 रुपये होगी। इस तरह से महीने में 12 सौ अंडों की कीमत करीब 48 सौ रुपये होगी। इससे औसतन हर माह पांच हजार रुपये का स्वरोजगार युवाओं को मिलेगा।