डिप्टी मेयर के स्वर्ण व्यवसायी पिता से रंगदारी मांगने वाले आरोपित गिरफ्तार, प्रेमी जोड़ों ने रची थी साजिश
मंगलवार को प्रसिद्ध स्वर्ण व्यवसायी हरिओम वर्मा से अपराधियों ने फोन पर 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। इस मामले में पुलिस ने एक युवक और एक युवती को पकड़ा है।
भागलपुर, जेएनएन। शहर के सर्राफा व्यवसायी व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के पिता हरि ओम वर्मा से 50 लाख रुपये रंगदारी मामले का पुलिस ने 12 घंटे के भीतर पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में एक प्रेमी जोड़ों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान जगदीशपुर इलाके के पुरैनी ख्वाजा नगर निवासी अब्दुल कादिर और बेबी शफीका के रूप में हुई है। उनके पास से पुलिस ने रंगदारी मांगने में प्रयुक्त फोन और सिम भी बरामद कर लिया है। यह जानकारी बुधवार को एसएसपी आशीष भारती ने दी है। हरि ओम वर्मा से मंगलवार को अज्ञात नंबर से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगते हुए धमकी दी गई थी।
पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे लोग एक दूसरे से पिछले चार साल से प्यार करते हैं, लेकिन उनके घर वाले शादी को तैयार नहीं थे। कादिर के मुताबिक शफीका की शादी उसके घर वालों ने कहीं और तय कर दी, लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी नहीं हो रही थी। इसी बीच दोनों ने बातचीत कर रुपये के इंतजाम करने के लिए यह साजिश रची।
लड़की के घर वालों को पता नहीं था फोन का
अब्दुल ने शफीका से बात करने के लिए कुछ माह पूर्व ही अपने नाम से दूसरा सिम लिया था। इसकी जानकारी शफीका के परिवार वालों को नहीं थी। सिम के आधार पर पुलिस ने पहले अब्दुल को पकड़ा। जब उससे फोन और सिम के बारे में पूछा तो उसके होश उड़ गए। सख्ती करने पर उसने शफीका के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने फोन को उसके घर छापेमारी कर बरामद कर लिया। उसमें सर्राफा व्यवसायी को किया गया मैसेज था।
घर बसाने के लिए थी रुपये की जरूरत
अब्दुल ने पुलिस को बताया कि वह शफीका के साथ शादी करने के बाद घर बसाना चाहता था। उसे हनीमून पर ले जाने की चाहत था, लेकिन उसके पास रुपये नहीं थे। दो माह पहले वह नागपुर से वापस लौटा था। शफीका से बात करने पर उसने कहा कि उसने सर्राफा व्यवसायी हरि वर्मा का नंबर बैनर से लिया है। यदि उनसे 50 लाख मांगा जाएगा तो डर कर बिना हाय तौबा मचाए एक दो लाख दे ही देंगे। इसको लेकर ही उसने शफीका से मैसेज करा दिया। अब्दुल के मोबाइल में शफीका का नंबर पारो बी नाम से सेव था।
विशेष टीम ने देर रात आरोपितों को गिरफ्तार
एसएसपी ने कहा कि सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में टीम को लगाया गया था। जिसमें सिटी डीएसपी राजवंश सिंह, कोतवाली इंस्पेक्टर अमर विश्वास, जोगसर इंचार्ज अजय कुमार अजनबी, जगदीशपुर थानेदार ब्रजेश कुमार व तकनीकी शाखा के समेत अन्य को शामिल किया गया था। इन लोगों ने देर रात पुरैनी में दबिश दे आरोपितों को घर से दबोच लिया। टीम में शामिल पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
खुद को देवदास प्रेमिका को पारो समझता था आरोपित
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के पिता सर्राफा व्यवसायी हरिओम वर्मा से 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोपित जगदीशपुर, पुरैनी निवासी अब्दुल कादिर खुद को देवदास समझता है। उसने अपनी प्रेमिका बेबी शफीका का नाम अपने मोबाइल में पारो नाम से सेव कर रखा था। उसने पुलिस को बताया कि वे दोनों एक दूसरे को बहुत प्रेम करते हैं। साथ ही जीने मरने की कसमें खाई हैं। रुपये की लालच में वे ऐसी गलती कर बैठे। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर मोबाइल और सिम का कॉल डिटेल निकाला तो अब्दुल का नाम व पता सामने आया। पुलिस ने रात में ही उसके घर पर दबिश दे दी। पुलिस ने जब उससे मोबाइल और सिम के बारे में पूछा तो वह सहम गया। जिस सिम और मोबाइल को पुलिस ढूंढ रही थी, युवक ने उसे अपनी प्रेमिका को दे दिया था।
प्रेमिका के बारे में नहीं दे रहा था जानकारी
अब्दुल ने पहले कुछ भी बताने से इन्कार किया, लेकिन पुलिस की सख्ती देख उसने अपना मुंह खोला। उसने चुपके से अपनी प्रेम कहानी पुलिस को बताई।
दो आरोपितों की गिरफ्तारी रंगदारी मामले में हुई है। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। - आशीष भारती, एसएसपी भागलपुर