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19 हजार प्रवासी होम क्वारंटाइन

जिले में अभी 258 क्वारंटाइन सेंटरों हैं। इसमें 17207 प्रवासियों को रखा जा रहा है जबकि 19 हजार प्रवासी अभी होम क्वारंटाइन हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 02:31 AM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 06:10 AM (IST)
19 हजार प्रवासी होम क्वारंटाइन
19 हजार प्रवासी होम क्वारंटाइन

भागलपुर। जिले में अभी 258 क्वारंटाइन सेंटरों हैं। इसमें 17,207 प्रवासियों को रखा जा रहा है, जबकि 19 हजार प्रवासी अभी होम क्वारंटाइन हैं।

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दरअसल, रेड जोन से आने वाले प्रवासियों को ही क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा। दिल्ली एनसीआर, सोनीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोयडा, गाजियाबाद, सूरत, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु और कोलाकाता को रेड जोन माना गया है। यहां से आने वालों को क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली होकर आने वाले प्रवासियों को भी रेड जोन मानते हुए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा। इसके अलावा अन्य शहरों को ग्रीन और ऑरेंज जोन माना गया। इन शहरों के लोगों को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा है।

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होम क्वारंटान में इन नियमों का करें पालन

-अपने कमरे के अंदर ही रहें।

-बुजुर्गो और दिल की बीमारी वालों से दूर रहें।

-मरीज को पर्याप्त आराम करना चाहिए।

-संतुलित पौष्टिक आहार के साथ जूस लेना चाहिए।

-समय-समय पर हाथों को अच्छी तरह धोना जरूरी।

-देखभाल करने वाला सदस्य भी अपने स्वास्थ्य का रखें ध्यान।

-कमरे में जाने से पहले ट्रिपल लेयर वाले मास्क को पहनें।

-संपर्क में आने पर हाथों को अच्छी तरह साफ करें।

-कमरे को हाइपोक्लोराइट सॉल्यूशन से साफ करना चाहिए।

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सर्वे करती है स्वास्थ्य विभाग की टीम

होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों की प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग की टीम जानकारी ले रही है। इसकी रिपोर्ट जिला मुख्यालय भेजी जाती है। होम क्वारंटाइन भेजने के पूर्व ग्रीन कार्ड के साथ एक पर्ची दिया जाता है, जिसका अनुपालन करने के लिए कहा जाता है। आशा और आंगनबाड़ी सेविका को निगरानी करने के लिए कहा गया है। साथ ही गांव के मुखिया, सरपंच और चौकीदार को भी निगरानी करने के लिए कहा गया है।

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निबंधन के दौरान की जा रही पहचान

रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन से आने वाले प्रवासियों की पहचान निबंधन के दौरान हो रही है। भागलपुर पहुंचने के बाद प्रवासियों को निबंधन सह स्वास्थ्य स्क्रीनिंग केंद्र भेजा जाता है। निबंधन और स्क्रीनिंग के बाद प्रवासियों को क्वारंटाइन सेंटर या फिर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाता है।

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कोट..

होम क्वारंटाइन में भेजने से पहले ग्रीन कार्ड के साथ एक पर्ची दिया जाता है। घर में किस तरह रहना है, इसकी जानकारी दी जाती है। ऐसे व्यक्तियों की प्रतिदिन जांच की जाती है।

डॉ. शुभ्रा वर्मा, प्रभारी

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबौर

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अन्य राज्यों से आए प्रवासी : 36139

विदेश से आए प्रवासी : 133

होम क्वारंटाइन में : 18,932

क्वारंटाइन सेंटर में : 17,207

आइसोलेट किए गए : 179

पॉजिटिव पाए गए : 120

जांच के लिए सैंपल : 2,712

निगेटिव रिपोर्ट : 2,532

नहीं आई रिपोर्ट : 60

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क्वारंटाइन भवन प्रवासियों की संख्या

नपं नवगछिया 38

प्रखंड स्तरीय 9,231

पंचायत स्तरीय 7,268

ग्राम स्तरीय 670

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