बेहतर पहल : मधेपुरा के 19 गांवों में नहीं होगा रासायनिक खाद का प्रयोग
जिले में 19 गांव को जैविक ग्राम बनाने की कवायद शुरू की गई है।
(जेएनएन) मधेपुरा। रसायनिक खाद के इस्तेमाल से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान को देखते हुए अब जिले में 19 गांव को जैविक ग्राम बनाने की कवायद शुरू की गई है। प्रारंभिक चरण में जिले के तीन प्रखंडों का चयन किया गया है। चयनित प्रखंड के 19 गांव से किसानों का चयन कर ऑर्गेनिक खेती के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। किसानों को प्रशिक्षित किए जाने के साथ ही इन गांवों में ऑर्गेनिक खेती प्रारंभ कर दी जाएगी। वहीं इन गांव को जैविक ग्राम घोषित किया जाएगा। ऑर्गेनिक खेती के लिए जीविका की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत जिले के कुमारखंड, सिंहेश्वर व मुरीलगंज प्रखंड के गांव का चयन किया गया है।
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चयनित गांव में बना किसानों का ग्रुप : ऑर्गेनिक खेती के लिए महिला किसानों को चयनित कर अलग अलग ग्रुप बनाया गया है। एक ग्रुप में 10 से लेकर 30 किसान तक शामिल किए गए हैं। ग्रुप बनाने की शुरुआत कुमारखंड के इसरायन खुर्द गांव से की गई है। ग्रुप में शामिल किए गए किसानों को ऑर्गेनिक खेती के बारे में पटना में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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ये गांव बनेंगे जैविक ग्राम : जिले के कुमारखंड,मुरलीगंज,कुमारखंड के 19 गांव का चयन किया गया है। इसमें कुमारखंड प्रखंड के बेलसाढ़,लक्ष्मीपुर भगवती वन,लक्ष्मीपुर भगवती टू,इसरायण खुर्द,लखीमपुर भगवती वन व लखीमपुर भगवती टू शामिल है। मुरलीगंज प्रखंड के हरिपुरकला,पकिलपार,जोरगामा,अमरी दरहरा,गुदर चकला,रानीपट्टी सिग्यान को चयनित किया गया है। वहीं सिंहेश्वर प्रखंड से पटोरी,रामपुर वन,गहुमनी,रामपुर टू, रूपौली शामिल है।
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किसानों का दल सिक्किम का करेगा भ्रमण : देश का पूर्ण जैविक राज्य बन चुके सिक्किम का भ्रमण यहां के किसान करेंगे। इन किसानों को जीविका की ओर से भेजा जाएगा। किसान वहां जाकर ऑर्गेनिक खेती करने के तकनीक से रूबरू होंगे। वहीं सिक्किम से भी किसानों के दल यहां आकर ऑर्गेनिक खेती के फायदे से अवगत कराएंगे। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में यहां से किसानों के दल को सिक्किम भेजे जाने की बात जीविका की ओर से कही जा रही है।
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ऑर्गेनिक खेती के लिए जिले के तीन प्रखंड के 19 गांव का चयन किया गया है। यहां के किसानों का चयन कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षित किसानों ऑर्गेनिक खेती के फायदे के बारे में जानकारी दी गई है। किसानों के प्रशिक्षण प्राप्त करते ही चयनित गांव में ऑर्गेनिक खेती शुरू की जाएगी। वहीं गांव को जैविक ग्राम घोषित किया जाएगा।
अजय कुमार
जिला परियोजना प्रबंधक
जीविका