मेडिकल छात्राओं समेत 18 लोग हुए संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमण विस्फोटक रूप लेता जा रहा है। सोमवार को मेडिकल की दो छात्राओं समेत जिले में 18 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं।
भागलपुर। जिले में कोरोना संक्रमण विस्फोटक रूप लेता जा रहा है। सोमवार को मेडिकल की दो छात्राओं समेत जिले में 18 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं। कहलगांव में एक मुश्त 10 संक्रमित मिले। सभी एनटीपीसी परिसर में रहते हैं। तीन दिनों में कहलगांव में कुल 18 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें छह लोगों को सर्दी-खांसी, बुखार और सिरदर्द के लक्षण थे, जबकि अन्य कोरोना संक्रमितों में कोई भी लक्षण नहीं मिले।
जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के तीसरे वर्ष की दो छात्राएं कोरोना से संक्रमित हुई हैं। बताया गया कि चार दिन पूर्व पटना में आयोजित आइएमए के अधिवेशन में दोनों छात्राएं शामिल हुई थीं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। अधिवेशन में भागलपुर के करीब एक दर्जन चिकित्सक भी शामिल हुए थे। सोमवार को अस्पताल के इमरजेंसी में एंटीजन जांच में दोनों छात्राओं की रिपोर्ट पाजिटिव मिली। दोनों को एमसीएच वार्ड में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा भीखनपुर में पति-पत्नी समेत दो, बरारी में एक, गोपालपुर में एक, अकबरनगर के एक गांव में एक व्यक्ति समेत आठ संक्रमित मिले हैं।
कहलगांव के एनटीपीसी कालोनी में नौ और एक कहलगांव नगर समेत 10 लोग संक्रमित मिले। कहलगांव अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी डा. विवेकानंद दास ने बताया कि छह लोगों को सर्दी-खांसी, बुखार और सिर में दर्द था। अन्य लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। एंटीजन और आरटीपीसीआर दोनों जांच किए गए हैं। सभी को होम आइसोलेशन में भेजा गया है। एक जनवरी को कहलगांव में छह और दो जनवरी को दो लोग संक्रमित मिले थे। यानी अबतक कहलगांव एनटीपीसी कालोनी में 17 लोग और कहलगांव नगर में एक समेत कुल 18 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
मेडिसीन विभाग के सात मरीजों का लिया गया सैंपल
दो छात्राओं के संक्रमित होने के बाद अन्य मेडिकल छात्रावासों के करीब 250 छात्रों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इनमें चिकित्सक भी शामिल हैं। रविवार को अस्पताल के मेडिसीन विभाग में एक मरीज कोरोना पाजिटिव मिला था। बेड संख्या 41 पर भर्ती था। उस कमरे में भर्ती सात मरीजों के भी सैंपल लिए गए।
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कोट जेएलएनएमसीएच में मरीजों को भर्ती होने से पहले कोरोना की जांच की जाएगी। आउटडोर से इमरजेंसी या इंडोर विभागों में भर्ती होने वाले मरीजों की कोरोना जांच की जाएगी।
- डा. असीम कुमार दास, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच