पेरोल पर नहीं छूटे भागलपुर के जेलों में बंद 1400 कैदी, जेल प्रशासन ने भेजी थी सूची
कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शीर्ष न्यायालय ने सात या इससे अधिक साल के सजायाफ्ता कैदियों को पेरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था। जेल प्रशासन ने रिपोर्ट भेज दी गई थी।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर के जेलों में बंद महिला समेत 1400 कैदी को अबतक पेरोल पर नहीं छोड़ा गया है। सरकार के आदेश पर अप्रैल में इसके लिए जेल प्रशासन द्वारा मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी गई थी।
दरअसल, कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शीर्ष न्यायालय ने सात या इससे अधिक साल के सजायाफ्ता कैदियों को पेरोल पर रिहा करने का आदेश दिया था। इसको देखते हुए कारा मुख्यालय से भागलपुर के शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा, कैंप जेल व महिला जेल में बंद ऐसे कैदियों की सूची मांगी थी। इसी को लेकर जेल प्रशासन द्वारा तीन माह पूर्व रिपोर्ट भेज दी गई थी। लेकिन, कारा मुख्यालय के पेरोल पर छोडऩे का अबतक निर्देश नहीं मिला है। इनमें उन कैदियों की भी सूची भेजी गई है जिनका ट्रायल चल रहा है। जेल प्रशासन के अनुसार शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में वर्तमान में सजावर समेत 1793, महिला जेल में 99 व विशेष केंद्रीय कारा (कैंप जेल) में तकरीबन सात सौ कैदी हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्वजनों से बात कर रहे कैदी
कोरोना के कहर के बीच जेल प्रशासन ने कैदियों की उनके स्वजनों से आमने-सामने की मुलाकात के बजाय अब ई-मुलाकात कराई जा रही है। भागलपुर के कैंप जेल, सेंट्रल जेल व महिला जेल में यह व्यवस्था 31 मार्च ही से लागू कर दी गई है। बात करने के लिए स्वजनों को जेल प्रशासन की वेबसाइट के लिंक से मोबाइल, कंप्यूटर व लैपटॉप से जुडऩा होता है। सत्यापन के बाद जेल में बने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए स्वजन का बंदियों से बात कराई जा रही है।
दिनभर में तीन बार जेलों को किया जा रहा सैनिटाइज
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और इस खतरे से बचाव के मद्देनजर जेलों के सैनिटाइज पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जेल भवन से लेकर कैदी वार्ड तक दिनभर में तीन बार सैनिटाइज किया जा रहा है।
महिला समेत सभी जेलों में बंद कैदियों की सूची सरकार को 1400 कैदियों की सूची सरकार को भेजी गई थी। अबतक मुख्यालय से छोडऩे का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। -संजय कुमार चौधरी, जेल अधीक्षक, भागलपुर।