सहरसा में खुलेगा 10 और प्रदूषण जांच केंद्र, बिना प्रदूषण जांच के वाहनों पर लगेगा ब्रेक
सहरसा में अब आप बिना प्रदूषण जांच कराए दोपहिया वाहन भी नहीं चला पाएंगे। वाहन या बाइक चलाने वालों को प्रदूषण जांच में कोई परेशानी न हो इसके लिए जिले में 10 और प्रदूषण जांच केंद्र खोले जाएंगे। जांच नहीं कराने पर 10 हजार तक जुर्माना देना होगा।
जागरण संवाददाता, सहरसा। जिला परिवहन पदाधिकारी दिलीप कुमार राय ने कहा कि सड़कों पर बिना प्रदूषण जांच के वाहनों का परिचालन किये जाने पर 10 हजार जुर्माना भरना होगा। जिन लोगों ने वाहनों का प्रदूषण जांच नहीं कराया है वो करा लें। एक जनवरी से इसको लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में आठ प्रदूषण जांच केंद्र वर्तमान में संचालित है। लेकिन 10 और प्रदूषण जांच केंद्र खोला जाएगा। इसकी तैयारी की जा रही है। बताया कि इंटर उत्तीर्ण युवा इस हेतु आवेदन दे सकते हैं। उन्होंने बताया कि अब प्रदूषण जांच के लिए लगने वाली राशि सीधे सरकार के खाते में जांच कराने के साथ ही चली जाएगी। अब जांच केंद्र पर प्रीपेड व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन व कोरोना को लेकर प्रदूषण जांच की रफ्तार थोड़ी कम थी। कुछ लोगों द्वारा शिकायत की जा रही थी उनका ऑनलाइन रसीद नहीं कट पा रही है। लेकिन अब वह स्थिति नहीं है। कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन रसीद कटवा सकते हैं। दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट भी अनिवार्य कर दिया गया है। जबकि नाबालिग के हाथ में वाहन देने पर अभिभावक भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं।
दर्जनों वाहन चालकों से वसूला गया जुर्माना
थाना के समीप शनिवार को जिला परिवहन पदाधिकारी के अलावा मोटरयान निरीक्षक संजय कुमार, मोबाइल जांच अधिकारी पवन कुमार, यातायात प्रभारी नागेंद्र राम की अगुवाई में वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान बिना हेलमेट के दुपहिया वाहन चला रहे लोगों व बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चला रहे चालकों से जुर्माना की वसूली की गई। जांच के दौरान कुछ नाबालिग को भी वाहन चलाते हुए पकड़ा गया। उनसे जुर्माना की वसूली कर अभिभावक को वाहन नहीं देने की सख्त हिदायत दी गई। एमवीआइ ने बताया कि वाहन जांच को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। वहीं वाहन की जांच से हड़कंप मचा रहा।