आज दोहरी चुनौती से गुजर रहा है देश : डॉ. कन्हैया
बेगूसराय लोगों को नागरिकता संशोधन बिल के बहस में उलझा कर जीवन के असली सवालों को सरकार गुमराह कर रही है।
बेगूसराय : लोगों को नागरिकता संशोधन बिल के बहस में उलझा कर जीवन के असली सवालों को सरकार गुमराह कर रही है। अपनी नाकामियों को छुपाने के उद्देश्य से हर बार एक ऐसा मुद्दा ला कर जनता के बीच फेंकती है, जिससे लोग चर्चा में उलझे रहे और महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार आदि जैसे मुद्दों पर बहस नहीं करे। उक्त बातें भाकपा के राष्ट्रीय नेता डॉ. कन्हैया कुमार ने शनिवार को स्थानीय तैलिक धर्मशाला में आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार देश में संवैधानिक संकट उत्पन्न करने पर तुली हुई है। आज देश दोहरे चुनौती से गुजर रहा है। एक ओर किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है, तो दूसरी ओर नौजवान बेरोजगार हो रहे हैं। देश की जीडीपी निम्न स्तर पर पहुंच चुकी है और सरकार तीन तलाक, अनुच्छेद 370, नागरिकता संशोधन बिल के शोर में रेलवे, बीएसएनएल, भारत पेट्रोलियम सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को भाजपा को चुनावी फंड देनेवाले कॉरपोरेट दोस्तों के हाथ बेच रही है। नागरिकता संशोधन बिल पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कन्हैया ने कहा कि इस बिल की जद से भारत की कोई भी जाति अछूती नहीं रहेगी। बिल के नाम पर नागरिकता छीनने की तैयारी चल रही है। बढ़ते दुष्कर्म की घटना एवं कैब के खिलाफ 15 दिसम्बर को बेगूसराय कॉलेजियट स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होने का आह्वान भी उन्होंने किया। सांगठनिक मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि हमारी पार्टी जनता की पार्टी है। इसलिए हम हमेशा जनता के सवालों को केंद्र में रखकर राजनीतिक दिशा तय करते हैं। वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष्य में वामपंथियों की जवाबदेही और अधिक बढ़ गई है। हमें जनता के बीच जाकर भाजपा के साजिश को उजागर करना होगा। सभी शाखाओं को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने 26 दिसम्बर तक पार्टी सदस्यों का नवीकरण करने की प्रक्रिया पूर्ण कर लेने की बात भी कही। अंचल मंत्री शिव सहनी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में जिला कार्यकारणी सदस्य सूर्यकान्त पासवान, गढ़पुरा अंचल मंत्री विपिन कुमार सिंह, नावकोठी के अंचल मत्री चंद्रभूषण चौधरी, मुखिया राजेन्द्र सहनी, रामकिशोर प्रसाद, सुरेश सहनी, संजय, जितेन्द्र जीतू, विशंभर महतों, मो. सबाब, अमरजीत कुमार, इमरान, अशोक केशरी, विजय आदि मौजूद थे।