जिले में गहराया बिजली संकट, लोग हलकान
बेगूसराय लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने की सरकारी घोषणा व अधिकारियों के दावों का
बेगूसराय : लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने की सरकारी घोषणा व अधिकारियों के दावों का जिले में बुरा हाल हो गया है। बीते एक सप्ताह से अधिक समय से जिले में बिजली संकट गहरा गया है। इसके कारण लोग हलकान हैं। स्थिति यह हो गई है कि बिजली कब आएगी और कब जाएगी, इसका पता लोगों को नहीं रह पाता है। जिला मुख्यालय सहित कई प्रखंडों में लगातार सात-आठ घंटे बिजली गुल रहती है। पानी से लेकर रोशनी तक के लिए भी लोग बेहाल रह रहे हैं।
बिजली की अनियमित आपूर्ति व घंटों गायब रहने का सीधा असर छात्र-छात्राओं की पढ़ाई-लिखाई, उद्योग-धंधे, त्योहारी सीजन के उत्साह, व्यवसाय सहित रोजमर्रा की तमाम चीजों पर पड़ रहा है। शहरी क्षेत्रों में तो कतिपय लोगों एवं व्यवसायियों को इन्वर्टर, सौर ऊर्जा आदि ऊर्जा स्त्रोतों का सहारा भी मिलता है, परंतु वह भी कुछ घंटों में खत्म हो जाता है। दूसरी ओर डीजल के बढ़ते दाम के कारण जेनरेटर पर निर्भरता से भी लोग हांफने लगे हैं। कई प्रखंड क्षेत्र में तो विगत एक पखवाड़े से बिजली सप्लाई की स्थिति बदतर है। रात में बिजली की आंख मिचौनी से गांव से शहर तक के लोग हलकान हो रहे हैं। पांच ग्रिड पावर सबस्टेशनों पर है बिजली सप्लाई का भार :
बिजली आपूर्ति के लिए जिले में कुल पांच ग्रिड पावर सब स्टेशन हैं। इसमें जीरोमाइल, तेघड़ा, मंझौल, बलिया एवं बगरस ग्रिड सबस्टेशन शामिल है। यहां पटना से बिजली आपूर्ति की जाती है। जिला मुख्यालय में जीरोमाइल से बिजली सप्लाई दी जाती है। यहां बिजली की किल्लत एवं कुव्यवस्था का आलम यह है बिजली रोटेशन के आधार पर दी जा रही है। बावजूद इसके, जिलेवासियों एवं बेगूसराय विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के अधिकारियों को पता नहीं रहता है कि कब बिजली आएगी और कब जाएगी।
विद्युत कार्यालय में भी गुल रहती है बिजली : जिले के शहर व गांव की बात तो दूर बिजली से लोगों को राहत देने वाले विद्युत कार्यालय में भी बिजली गुल रहती है। शुक्रवार की दोपहर इस कार्यालय में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां करीब 1.30 बजे बिजली कट गई और आधे घंटे तक बिजली नहीं आई। जिसके कारण उमस भरी गर्मी के बीच कार्य करने वाले विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी परेशान रहे। बोले अधिकारी : विभाग के कार्यपालक अभियंता केके सिंह ने कहा कि पटना से जब बिजली की सप्लाई दी जाएगी तो यहां बिजली मिलेगी। स्थानीय स्तर से इसपर कोई भी कंट्रोल नहीं होता है। विगत कुछ दिनों में यहां बिजली कम मिलने की समस्या सामने आई है। कब तक दूर होगी यह कहना मुश्किल है। बिजली सप्लाई घटेगी तो राजस्व पर भी असर होगा। उच्च स्तर के लोग ही इस समस्या को दूर करने और जानकारी देने में सक्षम हैं।