बेगूसराय में प्रत्याशियों के गणित का वोट फाइनल, अधिकांश को है जीत की उम्मीद
बेगूसराय। ऐसे तो विधानसभा चुनाव को ले मतगणना 10 नवंबर को होगी और मतगणना के बाद ही अंतिम परिणाम सामने आएगा कि किस विधानसभा क्षेत्र से कौन से उम्मीदवार ने जीत दर्ज किया है। परंतु मतगणना से पूर्व भी एक-एक विधानसभा क्षेत्र से कई प्रत्याशियों को जीत की उम्मीद है। जीत की यह उम्मीद प्रत्याशियों द्वारा खुद को मिलने वाले वोट की गणित से बंधा है।
बेगूसराय। ऐसे तो विधानसभा चुनाव को ले मतगणना 10 नवंबर को होगी और मतगणना के बाद ही अंतिम परिणाम सामने आएगा कि किस विधानसभा क्षेत्र से कौन से उम्मीदवार ने जीत दर्ज किया है। परंतु मतगणना से पूर्व भी एक-एक विधानसभा क्षेत्र से कई प्रत्याशियों को जीत की उम्मीद है। जीत की यह उम्मीद प्रत्याशियों द्वारा खुद को मिलने वाले वोट की गणित से बंधा है। मतदान के बाद प्रत्याशियों ने उनके पक्ष में काम करने वाले समर्थक, नेता व कार्यकर्ताओं के साथ खुद को मिलने वाले वोटों का आकलन किया। किसी ने प्रखंड वार तो किसी ने पंचायत वार इसका जायजा लिया। वहीं कुछ ने बूथ वार डाले गए वोट और खुद को मिलने वाले वोट का आकलन किया। इस क्रम में अधिकांश उम्मीदवारों को अपनी जीत की उम्मीद है। दरअसल वोट मिलने का आकलन किसी ने पार्टी के आधार पर, तो किसी ने जाति के आधार पर किया। इस आकलन में पार्टी से संबंध रखने वाले उम्मीदवारों को पार्टियों पर भरोसा हैं, तो चुनाव मैदान में निर्दलीय डटे उम्मीदवारों को भी उनके समर्थकों पर भरोसा है। उम्मीदवारों द्वारा आकलन की बात करें, तो जीत की दौड़ अर्थात रनर और वीनर की श्रेणी में आने वाले उम्मीदवार तो बूथ वार मिलने वाले वोट का आकलन कर वोट की संख्या के साथ जीत की घोषणा कर रहे हैं। जबकि कुछ सिर्फ यह कह रहे हैं कि इस चुनाव में हमारी जीत सुनिश्चित है। ऐसे लोग अपने वोट बैंक को अपने जीत की वजह बता रहे हैं। जीत की उम्मीद के दौड़ में शामिल ऐसे उम्मीदवारों की बात करें, तो एक-एक विधानसभा क्षेत्र से तीन-चार प्रत्याशी खुद की जीत सुनिश्चित बता रहे हैं। हालांकि मतगणना के साथ यह साफ हो जाएगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधता है।