वेंडर के रूप में घुसे लिफ्टरों ने रेल यात्रियों के लाखों के सामान उड़ाए
बेगूसराय। रविवार को 13135 अप कोलकाता-जयनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के वातानुकूलित बोगी में बरौनी जंक्शन पर चाय बेचने वाले वेंडर के रूप में घुसे लिफ्टरों ने तीन रेलयात्रियों के बैग व पर्स उड़ा डाले। जिससे आक्रोशित रेलयात्रियों ने बरौनी जंक्शन पर जमकर बवाल काटा एवं ट्रेन को वैक्यूम कर डेढ़ घंटे तक रोके रखा। लिफ्टरों ने रेल यात्रियों के दो अमेरिकन डॉलर एक लाख पांच हजार रुपये नकद लाखों रुपये के जेवरात सहित अन्य सामान उड़ा डाला।
बेगूसराय। रविवार को 13135 अप कोलकाता-जयनगर साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के वातानुकूलित बोगी में बरौनी जंक्शन पर चाय बेचने वाले वेंडर के रूप में घुसे लिफ्टरों ने तीन रेलयात्रियों के बैग व पर्स उड़ा डाले। जिससे आक्रोशित रेलयात्रियों ने बरौनी जंक्शन पर जमकर बवाल काटा एवं ट्रेन को वैक्यूम कर डेढ़ घंटे तक रोके रखा। लिफ्टरों ने रेल यात्रियों के दो अमेरिकन डॉलर, एक लाख पांच हजार रुपये नकद, लाखों रुपये के जेवरात सहित अन्य सामान उड़ा डाला। ट्रेन के वातानुकूलित बोगी संख्या बी-थ्री के बर्थ संख्या 54 पर यात्रा कर रहीं मनीषा झा एवं वातानुकूलित बोगी संख्या-बी-वन के बर्थ संख्या 11/13 पर अपनी पुत्री के साथ यात्रा कर रहीं रेणुका चौधरी ने बताया कि ट्रेन के बरौनी जंक्शन पहुंचने पर चाय वेंडर आया था। उसने मौके का फायदा उठाते हुए बैग एवं पर्स लेकर फरार हो गया। मनीषा झा के मुताबिक उसके बैग में लगभग 50 हजार रुपये मूल्य का सामान क्रमश: एक घड़ी, एक मोबाइल, बैग के अंदर मनी बैग में 12 हजार रुपये नकद, दो अमेरिकन डॉलर, सोने की कानबाली, हेडफोन, आधार कार्ड आदि थे। जबकि रेणुका चौधरी ने बताया कि उनके बैग में लगभग छह लाख रुपये मूल्य की मंगल सूत्र, दो जोड़ी कान की बाली, एक जोड़ी हाथ का कंगना एवं नकद 95 हजार रुपये थे। अन्य रेलयात्रियों में वातानुकूलित बोगी संख्या-बी वन के बर्थ संख्या-65, 66, 68 एवं 69 पर परिवार के साथ कोलकाता से सकरी तक यात्रा कर रहे शशिकांत शर्मा ने बताया कि उनका बैग भी दो-तीन की संख्या में चाय बेचने आए वेंडर ही लेकर फरार हो गया। बाद में उसने अपनी भांजी के सहयोग से एक वेंडर को पकड़ लिया था, परंतु, वह छुड़ाकर भाग निकला। पीड़ित रेलयात्रियों ने जीआरपी पर लगाया वेंडरों से मिलीभगत का आरोप
घटना के विरोध में आक्रोशित रेलयात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर जमकर बवाल मचाया और बरौनी जीआरपी को खरीखोटी सुनाई। पीड़ित रेलयात्रियों ने बताया कि जीआरपी की मिलीभगत से ही आए दिन बरौनी जंक्शन पर वेंडरों के बहाने घटना को अंजाम दिया जाता है और आपलोग सबकुछ जानते हुए भी कार्रवाई नहीं करते हैं। आक्रोशित रेलयात्रियों के गुस्से के सामने बरौनी जीआरपी एवं आरपीएफ कुछ देर के लिए अक्षम हो गई। बाद में थानाध्यक्ष धनंजय कुमार द्वारा पीड़ित रेलयात्रियों को समझाया गया कि ट्रेन में ही आपलोगों की शिकायत दर्ज कर दी जाएगी, तब रेलयात्रियों का गुस्सा शांत हुआ और ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई। पीड़ित रेलयात्री मनीषा झा एवं रेणुका चौधरी द्वारा बरौनी जंक्शन से समस्तीपुर के बीच यात्रा के दौरान ही बरौनी जीआरपी के पदाधिकारी के समक्ष प्राथमिकी दर्ज कराई।