फाइलों में अटकी दो हजार बेटियों की अर्जी
बेगूसराय । काजल के हाथ पीले हो गए। घर में शहनाई गूंजे दो साल बीत गये। बावजूद इसके कन्या विवाह योजना
बेगूसराय । काजल के हाथ पीले हो गए। घर में शहनाई गूंजे दो साल बीत गये। बावजूद इसके कन्या विवाह योजना की राशि अब तक नहीं मिली है। प्रखंड में यह हाल काजल ही नहीं बल्कि सुमन, ज्योति, प्रियंका, रश्मि, स्वीटी, सहित सैकड़ों बेटियों की है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत पांच हजार रुपये की खातिर बेटियां प्रखंड कार्यालय से मुखिया तक के दरवाजे का चक्कर लगाते-लगाते थक चुकी है। लगभग दो हजार बेटियों की फाइल विगत दो वर्षों से धूल फांक रही है। मामले में जहां सचिव लाचार हैं तो वहीं मुखिया खामोश बैठे हैं। कन्या विवाह योजना का लाभ पाने के लिए फॉर्म भरने में कई प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ा।कोर्ट से सर्टिफिकेट बनाने, पंचायत कार्यालय से निबंधन कराने के बाद आरटीपीएस काउंटर पर फार्म जमा किया। इसके बावजूद अभी तक इन बेटियों को इस योजना नहीं मिला हैं।
सूत्रों की मानें तो वित्तीय वर्ष 2014-17 से अब तक का विवाहिताओं का प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना नियमित प्रक्रिया बन गई है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र की कन्याओं की शादी के बाद संबंधित पंचायत कार्यालय में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद प्रखंड कार्यालय में आवेदन देने पर नवविवाहिता कन्याओं को पांच हजार का चेक देने का प्रावधान है। बीडीओ प्रभात कुमार दत्त ने कहा कि जिला को सूची भेज दी गई है। लेकिन आवंटन नहीं होने के कारण नहीं दिया जा रहा है। इसके मिलते ही जल्द दिया जाएगा।