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कन्हैया कुमार ने कहा- PM मोदी हाथी हैं तो मैं चींटी हूं, उनकी सूंड में घुसकर पटक दूंगा

बेगूसराय से भाकपा के उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर पीएम मोदी हाथी हैं तो मैं चीटीं हूं उनकी सूंढ़ में घुसकर पटक दूंगा।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 09:53 AM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 10:41 PM (IST)
कन्हैया कुमार ने कहा- PM मोदी हाथी हैं तो मैं चींटी हूं, उनकी सूंड में घुसकर पटक दूंगा
कन्हैया कुमार ने कहा- PM मोदी हाथी हैं तो मैं चींटी हूं, उनकी सूंड में घुसकर पटक दूंगा
बेगूसराय, जेएनएन। जिले के विभिन्न गांवों में चुनावी दौरे के दौरान भारतीय कम्‍युनिष्‍ट पार्टी (सीपीआइ) के उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने भाजपा पर तंज कसते हुए गिरिराज सिंह को पीएम मोदी का पट्ठा बताया और कहा कि पीएम मोदी अगर हाथी है तो मैं चींटी हूं, उनकी सूंड़ में घुस जाऊंगा और उन्हें उठाकर पटक दूंगा।
इतना ही नहीं, कन्हैया कुमार ने बिल्कुल ठेठ अंदाज में भाषण देते हुए कहा कि भाजपा वाले आजकल मुझे मुसलमान धर्म कबूल लेने को कह रहे हैं, जबकि मैं किसी भी धर्म का विरोध नहीं करता। कन्हैया कुमार ने कहा कि भाजपा वाले बौखला गए हैं, क्योंकि उनकी उम्मीदों पर हमने पानी फेर दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं बेगूसराय की धरती पर जन्मा, पला-बढ़ा हूं, ना कि गिरिराज सिंह जैसे आसमान से टपक पड़ा हूं। आजादी के बाद पिछले पांच साल में देश में सबसे अधिक बेरोजगारी बढ़ी है। यह हम नहीं बल्कि सरकारी संस्था ही कह रही है। बेरोजगारी चरम पर है। युवा इंजीनियरिंग कर खलासी बनने को मजबूर हैं।
ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट को ट्रैक मैन की नौकरी का फार्म भरना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में भाजपा अब यह कह कर युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है कि देश के युवा नौकरी लेने वाले नहीं बल्कि देने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि देश में अभी पढ़ाई और कड़ाही के बीच लड़ाई चल रही है। एक तरफ पढ़ लिख कर युवा अपना और देश का भविष्य बनाना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा व उसकी सरकार चंद रुपये देकर पढ़े-लिखे लोगों से पकौड़ा तलवाना चाहती है। 
भाजपा को फर्जी राष्ट्रवाद वाली पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा कि हमें उनलोगों से राष्ट्रभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए, जिनके राष्ट्रवाद में गोरखपुर में आक्सीजन की कमी से मरने वाले बच्चों की चिंता शामिल नहीं है। सवालिए लहजे में उन्होंने कहा कि क्या देशभक्त वह है, जो भड़काऊ बयान देकर अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत फैलाते हैं अथवा वे लोग जो तमाम मुश्किलों का सामना करके एकजूटता का संदेश देने वाले।
उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रवाद अपने शहर की जर्जर सड़कों की मरम्मत करने व स्कूल-कॉलेज शुरु करने की सीख देता है। कहा, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि के बजट में कटौती करने वाले आज खुद को देशभक्त बता रहे हैं। सरकार के नोटबंदी के फैसले की जमकर आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले ने गरीबों के पेट पर लात मारकर लाखों लोगों को बेरोजगार कर दिया।

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